जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शरीर में कई बदलाव होते हैं. कई लोग सोचते हैं कि यह बदलाव सिर्फ झुर्रियों, वजन बढ़ने या हमारी जेनेटिक्स की वजह से होते हैं. इसके साथ ही उम्र बढ़ने के साथ हार्ट डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज, गठिया, कैंसर और मनोभ्रंश जैसी लंबी अवधि की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है, लेकिन सही आदत और लाइफस्टाइल अपनाकर हम हेल्दी और एक्टिव बुढ़ापे की उम्मीद कर सकते हैं.
हालांकि, उम्र बढ़ने से जुड़ी गलतफहमियों को जानना भी बहुत जरूरी है. फंक्शनल मेडिसिन के डॉक्टर और कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. संजय भोजराज ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर शेयर किया कि उम्र बढ़ने को लेकर लोग तीन बड़ी गलतफहमियों में फंस जाते हैं. उनका कहना है कि अगर हम इन गलतफहमियों से बचें और सही आदतें अपनाएं, तो उम्र बढ़ने के प्रभाव को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. तो चलिए जानते हैं कि उम्र बढ़ने के बारे में आम गलतफहमियां क्या है.
1. उम्र बढ़ना सिर्फ झुर्रियों या जेनेटिक से संबंधित है - ज्यादातर लोग मानते हैं कि उम्र बढ़ने के लक्षण जैसे झुर्रियां, शरीर में वजन बढ़ना या धीमा मेटाबोलिज्म पूरी तरह से हमारे जीन पर निर्भर करता है. डॉ. भोजराज के अनुसार, ऐसा बिल्कुल नहीं है. सालों तक हार्ट पर काम करने और मरीजों का अध्ययन करने के बाद यह साफ हुआ कि हमारे जीवन की आदतें, खान-पान, एक्सरसाइज और मानसिक स्थिति हमारे शरीर और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को ज्यादा प्रभावित करती हैं.
2. दिल आपकी उम्र को पहले दिखाता है - ज्यादातर लोग सोचते हैं कि उम्र सिर्फ बाहरी बदलावों से पता चलती है, जैसे चेहरे की झुर्रियां या बालों का सफेद होना. जबकि सच यह है कि आपका दिल और ब्लड सेल्स आपके वास्तविक स्वास्थ्य और उम्र को पहले ही बता देते हैं. अगर आप हार्ट के स्वास्थ्य की अनदेखी करते हैं तो आप अनजाने में अपने शरीर की उम्र को बढ़ा सकते हैं.
3. छोटी आदतें भी बड़ी भूमिका निभाती हैं - अक्सर लोग सोचते हैं कि उम्र बढ़ना सिर्फ खानपान की वजह से होता है या कभी-कभार हेल्दी खाना खाने या एक्सरसाइज करने से सब ठीक हो जाएगा. लेकिन डॉ. भोजराज कहते हैं कि रोजमर्रा की आदतें, जिन्हें हम सामान्य और स्वस्थ मानते हैं, हमारी सेल्स, आर्टरी और एनर्जी स्तर को प्रभावित कर सकती हैं. यही वजह है कि नियमित लाइफस्टाइल और छोटी-छोटी आदतें उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को स्लो या तेज कर सकती हैं.
लंबी उम्र और हेल्थ बनाए रखने की आदतें
1. रोजाना एक्सरसाइज करें – हल्की या तेज एक्सरसाइज, चाहे वॉकिंग, योग, या जिम, हार्ट और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखती है.
2. बैलेंस और हेल्दी डाइट लें – ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन हृदय और मेटाबॉलिज्म के लिए बेहद जरूरी हैं.
3. ज्यादा से ज्यादा आराम और नींद लें – नींद न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि शरीर की मरम्मत और एनर्जी बनाए रखने के लिए भी जरूरी है.
4. रिश्ते बनाए रखें – सामाजिक जुड़ाव और परिवार या दोस्तों के साथ संबंध मानसिक स्वास्थ्य और लाइफ की क्वालिटी को बढ़ाते हैं.
5. हीट थेरेपी या सॉना शामिल करें – यह ब्लड फ्लो को बढ़ावा देता है और हार्ट और आर्टरी के लिए फायदेमंद हो सकता है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.