Coronavirus Cases in India: देशभर में एक बार फिर कोरोना की तेजी से बढ़ती रफ्तार ने लोगों को चिंता में डाल दिया है. भारत में करीब 2 लाख केस रोजाना मिल रहे हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने भी अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. हालांकि अभी सभी संक्रमितों को अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. ओमिक्रोन के डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक बताया जा रहा है. हालांकि इसकी संक्रमण दर काफी ज्यादा है.


कोरोना में मरीजों के लक्षण काफी कम दिख रहे हैं, जिससे उसकी पहचान कर पाना काफी मुश्किल होता जा रहा है. बच्चों के अभी वैक्सीन नहीं लगी है जिसके चलते बच्चों में इस बीमारी के फैलने और सुपर स्‍प्रेडर बनने का खतरा ज्‍यादा है. 


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कोरोना की दूसरी लहर में काफी संख्या में लोगों की मौते हुई. लेकिन देखा गया था कि इस दौरान बुजुर्गों या फिर अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों की मौत हो रही है. या फिर जिन लोगों की इम्यूनिटी कम थी, उन्हें इस बीमारी से जूझना पड़ा. अलग-अलग उम्र के लोगों में लक्षण भी अलग-अलग प्रकार के देखे जा रहे हैं, जिससे पहचान कर पाने में काफी समस्या हो रही है.


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ऐसे बन सकते हैं सुपर स्‍प्रेडर


अस्‍थमा की समस्या वाले लोगों या बुजुर्गों को सांस लेने में समस्‍या ज्‍यादा हो रही है. वहीं अच्‍छी इम्‍यूनिटी या कम उम्र के लोगों में लक्षण कम दिख रहे हैं. इसलिए बच्चों में यह संक्रमण होने के बाद दूसरों को ज्यादा संक्रमित कर सकता है. बच्चों में लक्षण जल्दी नहीं दिखते हैं तो पहचान करना मुश्किल है, बच्चे अपने परिजनों के संपर्क में आते हैं और कोरोना वायरस के सुपर स्‍प्रेडर बन जाते हैं. ऐसे में बचाव के लिए बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगह पर ले जाने से बचना चाहिए और उनकी अच्छी डाइट रखनी चाहिए.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.