Pickle's Side Effects: कहते हैं कि स्वाद बड़ी चीज है और यही स्वाद लोगों को अचार (pickle)खाने से आता है. भोजन कैसा भी बना हो, साथ में अचार की फांक मिल जाए तो स्वाद दुगना हो जाता है. कुछ लोगों को अचार खाने का बहुत ज्यादा शौक होता है. कई लोग खट्टा मीठा अचार भी पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि लिमिट से ज्यादा अचार खाना भी सेहत के लिए खतरा पैदा कर सकता है. जी हां, हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि तेल में सना अचार अगर ज्यादा खाया जाए तो ये आपके शरीर को कई सारी बीमारियों का घर बना सकता है. चलिए जानते हैं जरूरत से ज्यादा अचार खाने के नुकसान (pickle effects)क्या क्या हैं. 

 

 शरीर में पोषक तत्वों की हो जाती है कमी

हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि जब अचार बनता है तो उसे काटकर धूप में देर तक सुखाया जाता है और यही वजह है कि उसमें पानी की बिलकुल कमी हो जाती है.देर तक धूप में सुखाने के कारण अचार के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं और यही अचार अगर हम ज्यादा खाते हैं तो हमारे शरीर में भी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. 

 

अचार में मौजूद नमक बन सकता है खतरा

अचार को चटपटा बनाने के लिए उसमें ढेर सारा नमक डाला जाता है. यही नमक शरीर में जाकर सोडियम का स्तर बढ़ा देता है जो शरीर के लिए रिस्की साबित होता है. आपको बता दें कि शरीर में अगर ज्यादा सोडियम चला जाए तो बीपी हाई होने की दिक्कत पैदा हो जाती है. इसलिए खासतौर पर उन लोगों को अचार का सेवन नहीं करना चाहिए जिनका ब्लड प्रेशर हाई रहता हो. 

 

किडनी पर भी पड़ता है बुरा असर

ज्यादा अचार खाने से आपकी किडनी पर भी बुरा असर पड़ सकता है. अचार में मौजूद ढेर सारे सोडियम की वजह से वाटर रिटेंशन, पेट में सूजन के साथ साथ किडनी पर भी जरूरत से ज्यादा बोझ पढ़ने के जोखिम पैदा हो जाते हैं. ज्यादा अचार के सेवन से किडनी अपना काम सही से नहीं कर पाती और किडनी कमजोर होने लगती है. इतना ही नहीं ज्यादा नमक होने की वजह से अचार शरीर में जाकर कैल्शियम के अवशोषण को कम करता है जिससे हड्डियां और जोड़ कमजोर होने लगते हैं. 

 

कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ाता है अचार 

अचार को लंबे समय तक टिकाए रखने के लिए इसमें ढेर सारा तेल मिलाया जाता है. आपको बता दें कि अचार के तेल में पाया जाने वाला ट्रांस फैट शरीर में जाकर कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ाता है. इसकी वजह से शरीर को मोटा करने वाले एलडीएल की मात्रा बढ़ जाती है. अगर शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल ज्यादा है तो दिल के रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है.

 

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