पीरियड्स में 3-5 दिनों तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल माना जाता है. लेकिन कुछ महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स में ब्लीडिंग सिर्फ 2 दिन तक ही होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीरियड्स पूरी तरह से एक महिला के हेल्थ की जानकारी देती है. अगर किसी महिला के साथ कभी-कभार हो गया कि उन्हें 5 दिन या 4 दिन के बजाय सिर्फ 2 दिन ही पीरियड्स में ब्लीडिंग होती है तो कोई बात नहीं है. लेकिन अगर किसी महिला को हर महीने  सिर्फ 2 दिन ही ब्लीडिंग होती है तो फिर यह एक चिंता का विषय है. ऐसे में बिना समय गवाएं डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए.  लेकिन कुछ रिसर्च के आधार पर इस आर्टिकल के जरिए हम जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर ऐसा क्यों होता है?


सिर्फ 2 दिन ब्लीडिंग होने का कारण


प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में भी सिर्फ 2 दिनों तक ही पीरियड्स रहता है. हालांकि इस दौरान जो ब्लीडिंग होती है उसका रंग काफी अलग होता है. यह पिंक से डार्क ब्राउन कलर का नजर आ सकता है. ऐसा जरूरी नहीं है कि हर प्रेग्नेंट महिला के साथ ऐसा हो. 


मिसकैरेज होने पर


जब किसी महिला का मिसकैरेज हो जाए तब भी ब्लीडिंग होती है. इस तरह के कंडीशन को अक्सर प्रेग्नेंट महिला के साथ रिलेट करके देखा जाता है. मिसकैरेज होने पर महिला के पेट में दर्द और क्रैंप्स की शिकायत होती है. मिसकैरेज होने पर पीठ और पेल्विक एरिया में दर्द होता है. 


ब्रेस्ट फीडिंग कराने पर


डिलीवरी के बाद जो महिलाएं अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हैं उन्हें भी 6 महीने तक पीरियड्स नहीं होते हैं. बाद में काफी देर के बाद पीरियड्स होने लगते हैं. 


स्ट्रेस होने पर


जब कोई महिला काफी ज्यादा स्ट्रेस से गुजर रही है. ऐसी स्थिति में भी पीरियड्स 2 दिन तक रहते हैं. डिप्रेशन और स्ट्रेस से मेंटल हेल्थ स्थिर नहीं रहता है. इसका बुरा असर हमारी हार्मोन पर पड़ता है. 


बर्थ कंट्रोल पिल


जो महिलाएं बर्थ कंट्रोल पिल लेती हैं उन्हें भी सिर्फ 2 दिनों तक पीरियड्स रहता है. यह हार्मोन यूट्रस के लाइनिंग को पतला कर देती है. जिसके कारण पीरियड्स डिस्टर्ब होता है. 


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