नई दिल्लीः एक रिसर्च में कहा गया है कि वर्ड्स वाली मशहूर क्विज स्क्रैबल को खेलने में पुरूष ज्यादा माहिर होते हैं क्योंकि महिलाएं ऐसे कौशल को विकसित करने में समय नहीं गंवाना चाहती, जिसे वे बेकार मानती हैं.

क्या कहती है रिसर्च- स्क्रैबल प्रतियोगिताओं में महिला प्रतिभागियों की संख्या शतरंज जैसे खेलों की तुलना में थोड़ी ज्यादा होती है. शतरंज में महिला प्रतिभागियों की संख्या बेहद कम है, जिससे यह खेल पुरूषों के वर्चस्व वाला हो जाता है.

महिलाओं की भागीदारी के बावजूद स्क्रैबल की प्रतियोगिताओं के आगे के चरणों में पुरूषों का ही बोलबाला रहता है. पिछले दस विश्व विजेता पुरूष ही रहे हैं.

कैसे की रिसर्च- अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी ने लगभग 300 प्रतिभागियों से उनकी अभ्यास से जुड़ी आदतों के बारे में पूछा. इसके साथ ही उन्होंने उनकी खेल से जुड़ी रेटिंग पर गौर किया. उन्होंने पाया कि महिलाओं ने काफी कमतर प्रदर्शन किया.

रिसर्च के नतीजे- शोधकर्ताओं ने पाया कि महिलाएं असल में स्क्रैबल खेलने में ज्यादा समय लगा रही थीं. यह काम मजेदार है लेकिन महिलाएं इसमें पूरा कौशल नहीं दि‍खा पा रही थी. जबकि पुरूषों ने एक अलग रूख अपनाया. उन्होंने इससे लुत्फ उठाने के बजाय पिछले खेलों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने और अभ्यास करने पर जोर दिया.

शोधकर्ताओं ने कहा, ‘‘यह किसी हुनर के जन्मजात मौजूद होने की बात नहीं है. बात सिर्फ इतनी है कि महिलाएं एक बेवजह के हुनर को निखारने में समय बर्बाद नहीं करना चाहतीं.’’

ये रिसर्च फिजियोलॉजिकल नामक जर्नल में प्रकाशित हुई है.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.