गर्मियां शुरू हो चुकी हैं, इस मौसम में दही का नियमित रूप से सेवन करना काफी फायदेमंद होता है. अगर आप डेली डाइट में प्रोबायोटिक्स को शामिल करना चाहते हैं, तो दही बिल्कुल सही तरीका है. दही हजारों सालों से भारत में एक क्लासिक भोजन रहा है, जिसे चावल या अन्य व्यंजन के साथ इसे खाया जा सकता है. हालांकि, दही को जमाना काफी ट्रिकी काम हो सकता है. आइये जानते हैं गर्मियों में दही जमाने का सही तरीका.


दही कैसे जमाएं?


1. सबसे पहले एक मोटे तले का पैन लें और उसे साफ पानी से धो लें.


2. फिर, ½ लीटर (लगभग 2 कप) पूरा दूध डालें. पैन को स्टोव पर रखें और दूध को धीमी से मध्यम आंच पर गर्म करना शुरू करें.


3. दूध को गर्म करते समय एक या दो बार हिलाएं, ताकि दूध जले नहीं.


4. दूध में उबाल आने दें. दूध में उबाल आने पर झाग और बुलबुले बनने लगेंगे.


5. आप दूध को 85 से 96 डिग्री सेल्सियस या 185 से 204 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच के तापमान पर भी गर्म कर सकते हैं. 


6. गैस बंद कर दें. पैन को हटा दें और दूध को कमरे के तापमान तक ठंडा करने के लिए इसे रसोई काउंटर पर एक तरफ रख दें.


7. आप अपनी उंगलियों या थर्मामीटर से जांच सकते हैं कि दूध गर्म हो गया है या नहीं. 


8. आप तापमान जांचने के लिए फूड थर्मामीटर का भी उपयोग कर सकते हैं. गर्म दूध का तापमान 39 से 44 डिग्री सेल्सियस या 102 से 111 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच होना चाहिए.


9. अब, 1 से 2 चम्मच दही का जामन लें और उसमें गर्म दूध मिलाएं. सर्दियों में आप 2 चम्मच डाल सकते हैं. जबकि गर्मियों में 1 चम्मच ही ठीक रहता है.


10. एक छोटी तार वाली व्हिस्क या चम्मच से अच्छी तरह मिला लें. एक छोटी सी तार वाली व्हिस्क दही स्टार्टर को दूध में अच्छी तरह मिलाने का काम करती है.


11. फिर इस मिश्रण को एक कटोरे या पैन में डालें.


12. दही जमाने के लिए आप टेराकोटा, मिट्टी, स्टील, कांच या चीनी मिट्टी के कटोरे का इस्तेमाल कर सकते हैं. कम मेहनत करने के लिए दूध उबालने वाले पैन में दही जमा लें.


13. ढक्कन से ढककर दही को जमने के लिये रख दीजिये. इसे कमरे के तापमान पर 4 से 5 घंटे तक रखा जाता है. आप रात भर भी रख सकते हैं.


14. अगले दिन आपके पास अच्छा जमा हुआ घर का बना दही होगा.


नोट- दूध को दही में बदलने में लगने वाला समय तापमान पर निर्भर करता है। गरम, वॉर्म और उमस भरे मौसम में दही को जमने में 4 से 7 घंटे का समय लगेगा. जबकि ठंडे मौसम में 8 से 12 घंटे का समय लग सकता है.