अधिकांश लोग गर्मी के मौसम में रोजाना दही खाते हैं. दही खासकर गर्मी के मौसम में थकान, कमज़ोरी, पसीना स्किन प्रॉब्लम जैसी कई तरह की दिक्कतों को दूर करता है. गर्मी के मौसम में लोग अक्सर उन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करते हैं, जिनकी तासीर ठंडी होती है. इससे शरीर को ठंडक मिलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए दही बहुत नुकसानदायक होती है. 


दही में कई गुण


बता दें कि दही में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, फास्फोरस, शुगर, कैल्शियम, आयरन मैग्नीशियम, विटामिन बी 6, विटामिन सी, विटामिन, विटामिन ए समेत बड़े ही गुणकारी तत्व पाए जाते हैं. हालांकि डॉक्टर नीलम तिवारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दही हर किसी की सेहत के लिए सही नहीं होता. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को उनकी बीमारियों की वजह से या अधिक मात्र में दही लेने की वजह से नुकसानदायक भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि इससे शरीर में जकड़न, जोड़ों का दर्द, सांस फूलना, कब्ज समेत कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.


इन लोगों को नहीं खाना चाहिए दही 


डॉ. नीलम तिवारी ने बताया कि दही में मौजूद कुछ ऐसे तत्त्व हैं, जो कुछ लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं. जैसे दही में प्रचुर मात्रा में यूरिक एसिड पाया जाता है. इस कारण यूरिक एसिड के मरीजों को दही खाने से बचने की सलाह दी जाती है. ऐसा नहीं करने पर सूजन, गठिया का दर्द घुटनों का दर्द, जोड़ो का दर्द जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं.


अस्थमा मरीज 


दही की तासीर ठंडी होती है, इस कारण अस्थमा के मरीजों को दही खाने से परहेज करना रखना चहिए. दही की ठंडी तासीर होने की वजह से सर्दी जुकाम की समस्या बढ़ जाती है.


कब्ज की समस्या


दही में कई तरह के तत्व पाए जाते हैं. जिनमें सैचुरेटेड फैट, एडवांस ग्लैकेशन की वजह से हड्डियों का घनत्व कम होता है और घुटनों का दर्द, सूजन जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. वहीं दही देर से पचता है, इस लिए जिन्हें डाइजेशन की प्रॉब्लम होती है, उन लोगों को दही का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए. 


पेट फूलने की समस्या


दही में प्रोबायोटीक्स होता है, ये शरीर की गर्मी को ठीक करता है. लेकिन कई केसों में यह ब्लॉटिंग और गैस का कारण भी बनता है. बता दें कि दही देरी से पचता है और ऐसे में पेट फूलने लगता है. इसलिए ऐसे रोगियों को कम मात्रा में ही दही का सेवन करना चहिए या नहीं खाना चाहिए.