Collagen for Skin : झुर्रियां और चेहरे पर दाग बढ़ती उम्र की निशानी के साथ युवाओं के चेहरे की चमक को फीका कर देती हैं. इनकी वजह से कम उम्र में बुढ़ापे के लक्षण नजर आ सकते हैं. स्किन पर झुर्रियों की सबसे बड़ी वजह कोलेजन (Collagen) है. शरीर में अगर कोलेजन सही नहीं है तो चेहरे की चमक खोने से लेकर तमाम तरह की दिक्कतें हो सकती हैं.

अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, कोलेजन स्किन (Skin) की थिकनेस पर सीधा असर डालता है. कोलेजन कम होने पर स्किन सिकुड़ने लगती हैं, आंखों के नीचे नीली नसें तक नजर आने लगती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं किस गलती की वजह से खूबसूरती छिन जाती हैं और कोलेजन तेजी से कम होने लगता है.

कोलेजन क्या होता है

कोलेजन शरीर में पाए जाने वाला एक तरह का प्रोटीन है, जो मांसपेशियों, खून की नसों, आंखों, हार्ट, हड्डियों और स्किन में पाया जाता है. यह सभी अंगों के सेल्स को ग्लू की तरह जोड़कर रखता है. शरीर में कोलेजन के एक नहीं कई फायदे हैं. इससे हड्डियां मजबूत रहती हैं, त्वचा टाइट और चोट लगने पर जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है.

कोलेजन की कमी होने से क्या होगा

स्किन पर झुर्रियां या त्वचा का सिंकुड़ना

बालों की चमक कम होना

नाखूनों का कमजोर पड़ जाना

जोड़ों में दर्द रहना

कोलेजन की कमी का कारण

1. जब शरीर को जरूरत से अनुसार पोषण नहीं मिल पाता है, तब कोलेजन की कमी होने लगती है. 

2. जब शरीर प्रोटीन को अच्छी तरह पचा नहीं पाता है, तब भी कोलेजन तेजी से कम होता है.

3. खराब लाइफस्टाइल भी कोलेजन की कमी के लिए जिम्मेदार है. 

कोलेजन बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए

1. शरीर को प्रोटीन से भरपूर डाइट दें.

2. खाने में विटामिन सी, विटामिन डी, जिंक जैसे पोषक तत्व शामिल करें.

3. दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं.

4. रोज एक कटोरी दही खाने से स्किन नेचुरली ग्लो करती है.

5. बहुत देर तक धूप में न बैठें. रोजाना 10-20 मिनट तक धूप काफी है.

6. गहरी और अच्छी नींद लें. लेट नाइट सोने बचें.

7. सुबह जल्दी उठने की कोशिश करें और कुछ देर खुली हवा में टहलें.

8.  स्मोकिंग-शराब से दूरी बनाएं.

9. रात में गैजेट्स का कम इस्तेमाल करें.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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