क्या कभी खत्म नहीं होगी कोरोना महामारी? पढ़ें डॉक्टर नरेश त्रेहन का जवाब
भारत जैसे विशाल देश में पूरी आबादी को कोरोना वैक्सीन लगाने में सालों लग सकते हैं.दुनिया भर में कोरोना वायरस के तीन करोड़ से ज्यादा मामले आ चुके हैं, अभी भी वैक्सीन की खोज जारी है.
कोरोना महामारी हमारे जीवन का हिस्सा बन गई है. महामारी को खत्म करने के लिए पूरी दुनिया हाथ-पांव मार रही है. डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य सेवा अधिकारी कोरोना पीड़ितों की मदद करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं. वहीं वैज्ञानिक और शोधकर्ता वैक्सीन के रूप में समाधान खोजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि महामारी को समाप्त किया जा सके.
लेकिन क्या एक महामारी वास्तव में समाप्त होती है? क्या संक्रमण खत्म या सीमित हो जाएगा? इसके बारे में मेदांता अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर नरेश त्रेहन कहते हैं, इस बारे में भविष्यवाणियां नहीं की जा सकती है. जब महामारी कमजोर होगी और संक्रमण फैलने की दर और रिकवरी में संतुलन हो जाएगा तो इस पर विचार किया जा सकता है. ऐसा फिलहाल नहीं है और इसमें समय लगेगा. वर्तमान में यह समझना चाहिए कि महामारी कभी शर्तों के साथ खत्म नहीं होती. इसे वैक्सीन के आविष्कार के बाद ही नियंत्रित किया जा सकता है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में नरेश त्रेहन कहते हैं, वैक्सीन बनने के बाद भी भारत जैसे विशाल देश में हर किसी को या एक बड़ी आबादी को तुरंत टीका नहीं लगाया जा सकता है. इसमें सालों यहां तक कि दशकों भी लगते हैं.
कोरोना महामारी के चलते दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा, इन संकेतों को ना करें नजरअंदाज
क्या महामारी के बीच मरीजों की सहायता के लिए टेली-परामर्श ने डॉक्टरों की मदद की है? इस सवाल के जवाब में त्रेहन कहते हैं, टेलीमेडिसिन हमेशा एक उत्कृष्ट माध्यम रहा है। कोरोना काल में टेलीमेडिसिन केवल मजबूत होकर उभरा है; इसने व्यापक लोकप्रियता प्राप्त की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) वैकल्पिक मॉडल के रूप में टेलीमेडिसिन को भी बढ़ावा दे रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पंजीकृत चिकित्सा चिकित्सकों द्वारा COVID-19 रोगियों के इलाज के लिए टेलीमेडिसिन के उपयोग को भी मंजूरी दे दी है.
बता दें कि टेलीमेडिसिन सेवा सामाजिक या शारीरिक दूरी सुनिश्चित करते हुए डॉक्टरों को मरीजों से कनेक्ट करती है. यह ऐसे महत्वपूर्ण समय में आवश्यक स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा रही है जब संक्रामक बीमारी के कारण पारंपरिक चिकित्सा को जोखिम भरा माना जा रहा है.
डॉ नरेश त्रेहन बोले- लोग यह न सोचें कि गर्मी आ गई तो लापरवाह हो जाएंगे
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets