महिला दिवस: राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं ये बेटियां
भारतीय राजनीति में राजनेताओं के संतानों का हमेशा से ही बोलबाला रहा है. पहले अक्सर बेटे ही इस भूमिका को निभाते थे,लेकिन अब वक्त तेजी से बदल रहा है. जिसकी जीती जागती मिसाल राजनीति में सक्रीय बेटियां हैं. महिला दिवस पर एबीपी न्यूज़ आपके लिए कुछ ऐसी बेटियों की कहानी लेकर आया है जो बेहद गर्व के साथ अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ा रही हैं.
अदिति सिंह यूपी की रायबरेली में कांग्रेस का युवा चेहरा हैं. अदिति राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से दोस्ताना अंदाज में बात करती हैं. अदिति सिंह 2017 में रायबरेली सदर सीट से पहली बार कांग्रेस की विधायक बनीं. रायबरेली से पांच बार विधायक रह चुके अखिलेश सिंह की पुत्री हैं. अदिति ने अमेरिका से मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. 28 साल की अदिति अपनी स्टाइल स्टेटमेंट के लिए काफी चर्चित रहती है. वो अपने बाहुबली पिता अखिलेश सिंह की विरासत संभाल रही हैं.
अगाथा संगमा मेघालय में एनपीपी का बड़ा चेहरा हैं. अगाथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा की बेटी हैं. जो पिता की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. अगाथा दक्षिण तुरा से एनपीपी की विधायक हैं. 27 साल की उम्र में पहली बार 2008 में तुरा से सांसद चुनी गई थीं. मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में 2009 में सबसे युवा मंत्री बनाई गई. 2014 में पिता के लिए अगाथा ने सीट छोड़ दी. पिता के निधन के बाद 2016 में भाई कॉनराड को लोकसभा चुनाव जिताया. भाई कॉनराड संगमा के सीएम बनने के बाद एक बार फिर अगाथा केन्द्र की राजनीति में वापस लौटने वाली है.
अनुप्रिया पटेल पूर्वाचल में कुर्मी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं. अनुप्रिया अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की विरासत हो आगे बढ़ा रही हैं. अनुप्रिया पटेल 2012 में पहली बार अपना दल के टिकट पर रोहनिया से विधायक बनीं. अनुप्रिया की दूरदर्शिता के चलते बीजेपी और अपना दल का 2014 में चुनाव पूर्व गठबंधन हुआ. अनुप्रिया पटेल को केन्द्र सरकार में मंत्री बनाया गया.
बिहार की राजनीति में मीसा भारती बड़ा चेहरा हैं. लालू प्रसाद यादव की 7 बेटियों में से सबसे बड़ी बेटी हैं जो पिता की लालू की पॉलिटिकल विरासत को आगे बढ़ा रही है. इमर्जेंसी के दौरान पैदा हुई मीसा का नाम उसी कानून पर रखा गया जिसमें उनके पिता लालू यादव जेल में बंद थे. मीसा भारती 2017 को बिहार से आरजेडी की राज्यसभा की सांसद चुनी गयी थीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र से चुनाव हार गई थीं. पार्टी के प्रचार के दौरान मीसा भारती आरजेडी का लोकप्रिय, युवा और ताजा चेहरा बन गई. मीसा ने विरोधियों के खिलाफ मोर्चा संभाल रखा है.
हरसिमरत कौर पंजाब में बादल परिवार की विरासत का चेहरा हैं. पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की पुत्रवधू और पूर्व डिप्टी सीएम सुखवीर सिंह बादल की पत्नी हैं. करिशामाई चेहरे वाली हरसिमरत अकाली दल की स्टार प्रचारक हैं. हरसिमरत कौर बादल केन्द्र की राजनीति में सक्रिय हैं. हरसिमरत केंद्रीय मंत्री खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं. 2009 में पहली बार बटिंडा से सांसद चुनी गई. 2014 में दोबारा सांसद बनीं और मोदी सरकार में मंत्री हैं. महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए हरसिमरत कौर लगातार काम करती रहती हैँ.
पिता शरद पवार की विरासत को आगे बढ़ाने वाली सुप्रिया सुले महाराष्ट्र की राजनीति में रसूख रखने वाला बड़ा चेहरा है. सुले एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य हैं. सुप्रिया सुले 2006 में पहली बार राज्यसभा के लिए चुनी गई. 2009 के लोकसभा चुनाव में पिता की बारामती सीट से सांसद चुनी गई. राष्ट्रवादी युवती कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं. सुप्रिया सुले दिनभर महाराष्ट्र में पार्टी को मजबूत करने में जुटी रहती हैं. उनकी सभाओं में भी पिता की तरह भारी भीड़ उमड़ती है.
अपने पिता प्रमोद महाजन की तरह पूनम महाजन ने भारतीय राजनीति में कम समय में ही अलग पहचान बनाई है. जिसकी वजह से पूनम को 2016 में दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी बीजेपी की युवा विंग यानी भारतीय जनता युवा मोर्चो का अध्यक्ष बनाया गया. पूनम 2014 में मुंबई उत्तर-मध्य से बीजेपी की सांसद चुनी गईं. उन्होंने कांग्रेस की प्रिया दत्त को 1.86 लाख के बड़े अंतर से हराया था.