पंजाब: सीएम अमरिंदर सिंह के कैबिनेट में शामिल हुए ये चेहरे, जानें इनके बारे में
रजिया सुल्ताना को भी अमरिंदर कैबिनेट में जगह मिली है. रजिया पार्टी की मुस्लिम चेहरा हैं. पिछली बार चुनाव हार गई थीं लेकिन इस बार मलेरकोटला से विधायक बनी हैं.
चरणजीत सिंह चन्नी ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. चन्नी पिछली बार विधानसभा में विपक्ष के नेता थे, पार्टी के दलित चेहरा हैं और चमकौर साहिब से विधायक चुने गए हैं.
अरुणा चौधरी ने भी आज मंत्री पद की शपथ ली है. अरुणा पंजाब के माझा इलाके की दीनानगर सीट से विधायक हैं. महिला कोटे में इन्हें राज्य मंत्री का पद दिया जा रहा है.
राणा गुरजीत सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है. राणा गुरजीत कपूरथला से कांग्रेस के विधायक हैं और अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं. राणा गुरजीत पंजाब के बड़े कारोबारी हैं.
तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. बाजवा फतेहगढ़ चूड़ियां इलाके से चुनाव जीते हैं. इन्होंने अकाली दल के बड़े नेता निर्मल सिंह कहलों को लगातार दूसरी बार चुनाव में हराया है. बाजवा पंजाब के माझा इलाके से आते हैं.
साधु सिंह धर्मसोत ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. साधु सिंह धर्मसोत पार्टी के दलित चेहरा हैं और नाभा से विधायक हैं, जब दस साल तक कांग्रेस पंजाब की सत्ता से बाहर रही तब भी साधु सिंह धर्मसोत चुनाव जीतते रहे.
मनप्रीत सिंह बादल ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. मनप्रीत बादल प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं. सुखबीर बादल से मतभेद की वजह से अकाली दल छोड़कर मनप्रीत ने पहले अपनी पार्टी बनाई फिर कांग्रेस में शामिल हो गए. चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर ने मनप्रीत को वित्त मंत्री बनाने की बात कही थी. अकाली दल की सरकार में भी मनप्रीत वित्त मंत्री रह चुके हैं. इस बार मनप्रीत बठिंडा से चुनाव जीते हैं वो कुल पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू ने भी मंत्रीपद की शपथ ली है. चुनाव से ठीक पहले सिद्धू कांग्रेस में आए थे. सिद्धू इससे पहले बीजेपी में थे और अमृतसर से सांसद थे, लेकिन अकाली दल से मतभेद की वजह से उन्होंने चुनाव से दो महीने पहले बीजेपी छोड़ दी और चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में आ गए. पहली बार सिद्धू ने अमृतसर ईस्ट से विधानसभा का चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की.
ब्रह्मा मोहिंद्रा ने ली मंत्रिपद की शपथ. ब्रह्म मोहिंद्रा पटियाला देहात सीट से विधायक हैं. मोहिंद्रा पुराने कांग्रेसी हैं और पार्टी का हिंदू चेहरा हैं.
मोदी लहर के बीच कांग्रेस के लिए जीत का परचम लहराने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह आज पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. दस साल बाद पंजाब में कांग्रेस की वापसी हुई है और अमरिंदर पंजाब के 26वें मुख्यमंत्री बन गए हैं. यह दूसरी बार है जब अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. इससे पहले वह 2002 से 2007 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे.