मुख्यमंत्री रहते ये तीन नेता हाल में बैठे हैं धरने पर, जानिए क्या थी मांगें
वहीं, अरविंद केजरीवाल ने साल 2014 में भी मुख्यमंत्री रहते धरना दिया था. इसमें उन्होंने दिल्ली पुलिस का कंट्रोल दिल्ली सरकार को देने और पुलिस रिफॉर्म की मांग की थी. इस प्रदर्शन के दौरान केजरीवाल दिल्ली की सड़कों पर रात में सोए थे.
चंद्रबाबू नायडू की इस भूख हड़ताल में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारुख अब्दुला पहुंचे. नायडू अपने मंत्रियों, पार्टी के विधायकों, एमएलसी और सांसदों के साथ धरना दे रहे हैं.
हाल के समय में देश में तीन ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं जिन्होंने पद पर रहते हुए विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया है. इन मुख्यमंत्रियों में आंध्र प्रदेश के चन्द्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल हैं. इन मुख्यमंत्रियों के विरोध प्रदर्शन ने लोगों का ध्यान खूब अपनी ओर खींचा.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू आज राजधानी दिल्ली में एक दिन के भूख हड़ताल पर बैठे हैं. चंद्रबाबू नायडू यह भूख हड़ताल आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्र द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग को लेकर कर रहे हैं.
सीबीआई की टीम शारदा चिट फंड घोटाले मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर उनसे पूछताछ करने गई थी जिसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया था. इसी के बाद यह धरना शुरू हुआ था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल में कोलकाता में धरना दिया है. सीएम ममता बनर्जी केन्द्र सरकार द्वारा सीबीआई के बेजा इस्तेमाल को मुद्दा बनाते हुए धरने पर बैठी थीं.
सीएम ममता बनर्जी के धरने में विपक्षी पार्टियों का जोरदार समर्थन मिला. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित विपक्ष के कई बड़े नेता इस दौरान ममता बनर्जी के समर्थन में आए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीएम रहते कई बार धरने पर बैठ चुके हैं. हाल में वह उप-राज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर में धरने पर बैठे थे. इस धरने के पीछे उनका आरोप था कि दिल्ली के अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं.
इस धरने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के आईएएस अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी. इसके बाद अधिकारियों ने कार्य में सहयोग का आश्वासन दिया था.