अरविंद केजरीवाल और नजीब जंग के 5 बड़े विवाद
दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच का झगड़ा उस समय और बढ़ गया था जब एलजी ने दिल्ली सरकार के फैसलों पर नजर रखने के लिए एक तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया था. ये कमेटी दिल्ली सरकार की 400 फाइलों के जांच के लिए बनाई गई थी. एलजी की इस तीन सदस्यों वाली समिति में पूर्व सीएजी वीके शुंगलू, पूर्व चीफ इलेक्शन ऑफिसर एन. गोपालास्वामी, पूर्व चीफ विजिलेंस कमिश्नर प्रदीप कुमार के नाम शामिल थे.
दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार एक बार फिर आमने सामन आई, और इस बार टकराव का कारण था आप विधायकों के स्थानीय क्षेत्र विकास निधि में 10-10 करोड़ की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को लेकर. दिल्ली सरकार के इस प्रस्ताव पर जंग ने रोक लगा दी थी.
डीईआरसी प्रमुख को हटाए जाने को लेकर विवाद : Delhi Electricity Regulatory Commission के अध्यक्ष को हटाए जाने को लेकर नजीब जंग और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच जंग छिड़ गई थी. केजरीवाल ने आयोग की अध्यक्ष की नियुक्ति को रद्द कर दिया था.
दिल्ली सरकार और जंग के बीच मामला उस समय भी गरमा गया था. जब दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की नियुक्ति को लेकर अरविंद केजरीवाल और नजीब जंग आमने-सामने आ गए थे.
दिल्ली सरकार और नजीब जंग के बीच विवाद उस वक्त काफी गहरा गया था. जब दिल्ली महिला आयोग में दिलराज कौर की नियुक्ति को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निरस्त कर दिया था. केजरीवाल के इस फैसले के बाद LG हाउस ने दिल्ली सरकार के दिल्ली के लोगों की समस्याएं और उनका समाधान बताने के लिए बनाए गए दिल्ली डायलॉग कमिशन (डीडीसी) से जुड़ी फाइलें मांगी थीं.
दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस्तीफा दे दिया है. जंग का कहना है कि वो अपने पसंदीदा काम एकेडमिक्स में लौट रहे हैं. नजीब जंग 9 जुलाई 2013 को दिल्ली के उपराज्यपाल बने थे. आपको बता दें दिल्ली सरकार और नजीब जंग के बीच हुए विवाद किसी से छुपे नहीं हैं. आगे की स्लाइड्स में जानें दिल्ली सरकार और नजीब जंग के बीच हुए 5 बड़े विवादों के बारे में.