लोकतंत्र का महापर्व: उम्र को धता बता मतदान करने पहुंचीं 107 साल की बुजुर्ग महिला
लोकतंत्र के महापर्व में सभी उम्र के लोग काफी जोश और उत्साह के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. इस दौरान कुछ ऐसे मतदाता भी वोट करने के लिए आए जिनकी उम्र 100 साल से भी अधिक है. वो खुद के सहारे चल नहीं पा रहे थे, लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वोट देने आए. देखें ऐसी ही खूबसूरत तस्वीरें.
यह तस्वीर मेघालय की है. यहां महिलाओं के लिए अलग से पोलिंग बूथ बनाया गया है और इसे पिंक बूथ का नाम दिया गया है. मतदान के शुरू होने से कुछ देर पहले की ये तस्वीर है.
बिहार के गया में जब एक बुजुर्ग मतदाता व्हिलचेयर पर मतदान करने आए तो उनकी मदद करने तुरंत मतदान कर्मी उनके पास पहुंच गए. उन्हें अलग से मतदान कराया गया ताकि लाइन में लगने के कारण उन्हें दिक्कत न हो.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मतदान के लिए लाइन में लगीं महिलाएं. मतदान केंद्रों के बाहर महिलाओं की सुबह से ही लंबी तादाद दिख रही है. आज यूपी में आठ सीटों पर चुनाव हो रहा है.
इस महिला का नाम सुमित्रा राय है. सुमित्रा की उम्र 107 साल है और वह सिक्किम की रहने वाली हैं. वो जब वोट करने आईं तो सबकी निगाहें उनकी तरफ चली गई.
मतदान करने के बाद पहचान पत्र दिखाती दोनों महिलाएं. उत्तर पूर्व के राज्यों में मतदान प्रतिशत देश के बाकी हिस्सों से पिछले दो घंटे में अधिक है.
ये तेलंगाना के एक मतदान केंद्र की तस्वीर है. यह महिला जब यहां वोट करने आईं तो उन्हें लाइन से अलग तुरंत मतदान कराया गया. मतदान केंद्रों पर बुजुर्गों का खास ध्यान रखा जा रहा है.
नगालैंड में मतदान करने आए एक 100 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग की मदद करते मतदानकर्मी. चुनाव और लोकतंत्र के प्रति बुजुर्गों के इस समर्पण को देखकर वोट करने आने वाले युवाओं में काफी उत्साह है.
महाराष्ट्र के सुरक्षित लोकसभा सीट गढ़चिरौली में भी सुबह से ही बड़ी संख्या में मतदाता वोट कर रहे हैं. बूथ पर एक दिव्यांग की मदद करते मतदान कर्मी.
गढ़चिरौली में पोलिंग बूथ के बाहर युवाओं की बड़ी तादाद दिख रखी है. यहां मतदान के सुबह सात बजे शुरू होने से पहले ही लोग कतारों में लग गए थे.