तस्वीरों में देखें देश का दर्द: पूर्वोत्तर, बिहार, से लेकर महाराष्ट्र तक, बाढ़-बारिश से भारी तबाही, 44 की मौत
सभी तस्वीरें PTI से ली गई हैं
पूर्वोत्तर और बिहार के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वहीं सैलाब की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है.
महाराष्ट्र में नगर निकाय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य के पालघर और ठाणे जिलों के नदी तट पर बसे 75 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है.
त्रिपुरा में सैलाब के हालात में सुधार के संकेत मिले हैं क्योंकि दो नदियों में पानी घटना शुरू हो गया है.
मेघालय में पिछले सात दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से दो नदियों में बाढ़ आ गई है जिनका पानी पश्चिम गारो हिल्स जिले के मैदानी इलाकों में घुस गया है.
मिज़ोरम में खतलंगतुईपुई नदी में बाढ़ आने की वजह से 32 गांव प्रभावित हुए हैं और कम से कम एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा हैं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 119 टीमों को असम और बिहार समेत बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है.
पड़ोसी देश नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के 12 जिलों में आई बाढ़ की वजह से 25.66 लाख लोग प्रभावित हैं.
प्राकृतिक आपदा से करीब 70 लाख लोग प्रभावित हैं. बिहार के 12 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
इन दिनों देश भर में हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. पुर्वोत्तर और बिहार के कुछ हिस्सों में बाढ़ की गंभीर स्थिति बनी हुई है. सैलाब की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 44 हो गया है. बारिश ने किस तरह से आम जिंदगी को प्रभावित किया है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस प्राकृतिक आपदा से करीब 70 लाख लोग प्रभावित हैं. आगे तस्वीरों में देखें बारिश ने किस तरह आधे देश को ठप कर दिया है.
असम के 33 में से 30 जिलों के करीब 43 लाख लोग सैलाब से प्रभावित हैं. बाढ़ ने 15 लोगों की जान भी ले ली है.