नई दिल्लीः शरजील को गिरफ्तार करने में क्या एक युवती की अहम भूमिका थी? दिल्ली पुलिस इस बारे में अधिकारिक तौर पर बोलने को तैयार नहीं है लेकिन पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसकी गिरफ्तारी मे उसकी कथित प्रेमिका का भी रोल बताया जा रहा है. उधर देश को बांटने की बात करने वाला शरजील पुलिस हिरासत में झूठ पर झूठ बोल कर और फिलॉसफी की बातों में उलझा कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. साथ ही अपने खिलाफ अहम सबूत भी छुपाने की कोशिश कर रहा है. पुलिस उसके मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए उसे फिर बिहार ले जा सकती है. साथ ही उसके दिल्ली, अलीगढ़ और बिहार के कुछ साथियों को पूछताछ के लिए नोटिस दिए जाने की तैयारी की जा रही है.


जेएनयू मे पढाई करने वाला शरजील जिसने दिल्ली के अलावा अलीगढ़ और पटना में भी देश के खिलाफ जहर उगला उसी शरजील की गिरफ्तारी में एक युवती की अहम भूमिका सामने आ रही है. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस जब शरजील के आसपास इलेक्ट्रॉनिक घेराबंदी कर रही थी तभी इस युवती का नाम सामने आया था और इसके बाद युवती से पुलिस अधिकारियों ने संपर्क किया और शरजील गिरफ्तार हो गया.

दिल्ली पुलिस ने इस बारे में कोई अधिकारिक पुष्टि नही की है लेकिन पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस किसी से भी संपर्क कर सकती है और किसी की भी मदद ले सकती है. सूत्रों ने बताया कि शरजील इस युवती के संपर्क में था और उससे विवाह भी करना चाहता था.

शरजील की गिरफ्तारी के बाद जब उससे पूछताछ शुरू हुई तो अधिकारी भी यह देख कर हैरान रह गए कि शरजील के दिमाग मे देश और एक जाति विशेष के खिलाफ इतना जहर किसने भर दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक शरजील ने पूछताछ के दौरान कहा कि इस देश में सदैव एक जाति विशेष के खिलाफ अत्याचार होता आया है. ये अत्याचार अंग्रेजों के समय से होता आ रहा है. जिन्ना मजबूर थे वो कुछ नहीं कर सकते थे. 1890 के दस्तावेज देखिए जो इस अत्याचार का खुलासा करते हैं. शरजील के बारे में और जानकारी के तहत पता चला है कि उसे 30 हजार रुपये का जेएनयू से फैलोशिप मिलता है. साथ ही वो अपना प्राइवेट साफ्टवेयर बनाकर भी बेचता है. उसने गजल पर भी एक साफ्टवेयर बनाया हुआ है.

शरजील से पूछताछ करने वाले एक आला अधिकारी के मुताबिक वह पूरी तरह से अपनी फिलॉस्फर वाली बातें करके पुलिस को उलझाने की कोशिश कर रहा है और वह इतना शातिर है कि उसकी पोल खोलने वाला मोबाइल फोन भी उसने छुपा दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान पाया गया कि शरजील का मोबाइल फोन गायब है. जब उससे उस मोबाइल की बाबत पूछा गया तो पहले उसने कहा कि ऐसा कोई मोबाइल उसके पास नहीं है. जब उसे उसके सबूत दिखाए गए तो कहा कि उसका मोबाइल उसके जेएनयू वाले कमरे में है. जब पुलिस ने उसे बताया कि फोन वहां नही मिला तो उसने कहा कि वो फोन उसके बिहार वाले घर में है. पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि फोन बरामदगी के लिए शरजील को एक बार फिर बिहार ले जाने की तैयारी की जा रही है. पुलिस को आशा है कि उसके मोबाइल से कई अनसुलझे पहलू सुलझ सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक अब तक की पूछताछ के दौरान शरजील ने अपने अनेक अहम साथियों के नाम भी बताए हैं जिन्हे पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी की जा रही है साथ ही उसके पीछे के नेटवर्क को भी खंगालने की कोशिश की जा रही है.