इन चीजों से रहेंगे दूर तो किडनी बच सकती है खराब होने से!
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज किडनी फेल होने की वजह से हॉस्पीटल में हैं. फिलहाल दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है. सिर्फ हमारी विदेश मंत्री ही नहीं बल्कि आज के समय में लाखों लोग किडनी की प्रॉब्लम्स से जूझ रहे हैं.
कैफीन- कॉफी और चाय में पाई जाने वाली कैफीन, सोडा और कई फूड प्रोडक्ट ऐसे हैं जिनसे किडनी पर स्ट्रेन पड़ता हैं. कैफीन ब्लड फ्लो में तेजी लाता है जो कि ब्ल्ड प्रेशर बढ़ाता है इससे किडनी पर स्ट्रेस पड़ता है. ऐसे में किडनी के खराब होने की आशंका रहती है. 2002 में किडनी इंटरनेशनल रिपोट्र्स के मुताबिक, लंबे समय तक कैफीन के सेवन किडनी फेल हो सकती है. खाली पेट कॉफी पीने से किडनी स्टोन भी हो सकता है.
एल्कोहल- नेशनल किडनी फाउंडेशन के मुताबिक, बहुत अधिक मात्रा में एल्कोहल का सेवन करने से किडनी बहुत स्लो काम करने लगती है. नतीजन, ये ब्लड को ठीक तरह से फिल्टर नहीं कर पाती. इतना ही नहीं, एल्कोहल के सेवन से बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है जिससे किडनी, सेल्स और ऑर्गन सही तरह से काम नहीं कर पाते.
सॉल्ट- शरीर में फ्ल्यूड मेंटेन करने के लिए सीमित मात्रा में सोडियम की जरूरत होती है लेकिन जरूरत से ज्यादा सब्जियों और फलों में नमक डालकर लेने से किडनी की समस्या हो सकती है. 2009 में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलोजी की रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग डायट में अधिक नमक का सेवन करते हैं उनका किडनी फंक्शन ठीक से काम नहीं कर पाता.
हाई प्रोटीन डायट और डेयरी प्रोडक्ट - डॉ. दलिप का कहना है कि डायट और डेयरी प्रोडक्ट का यूं तो किडनी पर डायरेक्ट असर नहीं पड़ता लेकिन किसी को पहले से ही किडनी में कोई प्रॉब्लम है तो उन्हें हाई प्रोटीन डायट से दूर रहना चाहिए क्योंकि इससे किडनी पर बहुत प्रेशर पड़ता है और किडनी फेल तक हो सकती है.
डायबिटीज – हाई ब्लड प्रेशर की तरह ही डायबिटीज भी कंट्रोल रखें. डॉ. कहते हैं कि बहुत से मरीज ऐसे होते हैं जिनकी अनकंट्रोल्ड डायबिटीज की वजह से ही किडनी फेल हो जाती है और ऐसे केस बहुत देखने को मिलते हैं. ऐसे में डायबिटीज कंट्रोल करना बहुत जरूरी है. डायबिटीज के मरीज को बीच में दवा नहीं छोड़नी चाहिए और नियमित डायबिटीज का चेकअप करवाते रहना चाहिए.
ब्लडप्रेशर – अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो ब्लड प्रेशर की दवा लें और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखें. लेकिन समय-समय पर डॉक्टर से ब्लड प्रेशर चैक करवाते रहें और दवा की डोज को लेकर सलाह लेते रहें. कई बार हाई ब्लड प्रेशर से किडनी पर असर पड़ता है और किडनी खराब होने का रिस्क रहता है.
पेनकिलर्स- पेनकिलर्स कम से कम खाएं. अगर पेनकिलर खा रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह पर खाएं. सिरदर्द या बदन दर्द में कोई भी पेनकिलर यू ही ना खा लें. डॉ. का कहना है कि मरीज यदि बार-बार लंबे समय तक बिना डॉक्टकरकी सलाह के पेनकिलर खा रहा है तो उसकी किडनी फेल हो सकती है. इतना ही नहीं, बहुत सी ऐसी दवाएं होती हैं जो उन मरीजों को सूट नहीं करती जिनकी किडनी में कोई प्रॉब्लम है. यदि वे ऐसी कोई दवा लेते हैं तो भी किडनी फेल हो सकती है.
कम पानी पीते हैं – डॉ. दलिप कहते हैं कि किडनी का काम है फ्लशिंग करना. यदि आप 12 घंटे पानी नहीं पीते और अचानक से बहुत सारा पानी पीने लगते हो तब भी किडनी पर प्रेशर पड़ता है. पानी शरीर में आता रहे. यूरिन बनता रहे तो किडनी ठीक रहेगी. दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीएं. लेकिन एक बार में बहुत सारा पानी ना पीएं बल्कि दिनभर में थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीएं.
बैड लाइफ स्टाइल यानी किडनी की समस्या - एबीपीन्यूज से बातचीत के दौरान सफदरजंग अस्पताल के हेड ऑफ मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉ. दलिप कुमार ने बताया कि इस समय हॉस्पीटल में बहुत से मरीज किडनी की प्रॉब्लम लेकर आ रहे हैं. डॉ. आगे कहते हैं कि किडनी फेल होने या किडनी की समस्या का कारण कोई गंभीर बीमारी नहीं बल्कि बैड लाइफ स्टाइल भी है. डॉ. दलिप ने एबीपीन्यूज को किडनी खराब होने के कई कारणों के बारे में बताया.