अमेरिका के सैंट लुइस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता सिंथिया रोजर्स ने बताया, "निश्चित समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों का मस्तिष्क आमतौर पर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है. शारीरिक विकास में मां के दूध की अहम भूमिका को देखते हुए हम मस्तिष्क में भी इसके प्रभाव को देखना चाहते थे."
उन्होंने बताया, "एमआरआई स्कैन से हमने पाया कि अधिक स्तनपान करने वाले बच्चों का ब्रेन वॉल्यूम अधिक बड़ा होता है. यह इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि पहले हुए कई अध्ययनों में ब्रेन वॉल्यूम और संज्ञानात्मक विकास के बीच संबंध मिले हैं."
यह शोध तीन मई को बाल्टीमोर में होने वाले पीडियाट्रिक एकेडमी सोसाइटीज सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाएगा.