जीका को लेकर भारतीय खिलाड़ियों में कोई चिंता नहीं : चीफ दे मिशन
एजेंसी | 30 Jun 2016 03:10 AM (IST)
जीका वायरस को लेकर दुनिया भर के कई प्रमुख खिलाड़ी रियो में अगस्त में होने वाले ओलम्पिक खेलों से अपना नाम वापस ले चुके हैं लेकिन भारत के किसी खिलाड़ी ने इस सम्बंध में अपनी चिंता नहीं जाहिर की है. रियो जाने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल के चीफ दे मिशन राकेश गुप्ता ने ऐसा दावा किया है. गुप्ता ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में बुधवार को कहा कि अब तक किसी खिलाड़ी की ओर से इस सम्बंध में किसी प्रकार की चिंता जाहिर नहीं की गई है. गुप्ता ने संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, "अब तक किसी खिलाड़ी ने इस बारे में चिंता नहीं जाहिर की है. हम इसे लेकर सतर्क हैं और लगातार आयोजन समिति के सम्पर्क में हैं. हम जो किट खिलाड़ियों को दे रहे हैं, उसके साथ कुछ ऐसे सामान दे रहे हैं, जो जीका से उनकी रक्षा करेगा." गुप्ता ने यह भी कहा कि भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) अपनी ओर से खिलाड़ियों को जीका को लेकर जागरूक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. खिलाड़ियों को यह बताया जा रहा है कि ब्राजील में उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है. दूसरी ओर, रियो जाने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सहायक चीफ दे मिशन आनंदेश्वर पांडेय ने मीडिया से गुजारिश किया कि वह जीका को लेकर चिंता फैलाने वाली खबरें प्रकाशित न करे क्योंकि इससे भारतीय खिलाड़ियों के अंदर चिंता का भाव आ जाएगा. पांडेय ने कहा, "आप लोगों से गुजारिश है कि जीका को हौवा न बनाएं. हमारे खिलाड़ी इससे घबराए नहीं हैं लेकिन मीडिया में इससे जुड़ी खबरें उन्हें डरा सकती हैं. वैसे भी हमने देखा है कि 2010 राष्ट्रमंडल खेलों से पहले खबरें आ रहीं थीं कि दिल्ली में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप हो सकता है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और बाद में मीडिया ने भी सफल आयोजन के लिए राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति को सराहा था." उल्लेखनीय है कि ब्राजील जीका वायरस के बुरी तरह प्रभावित है. अब तक दुनिया भर के कई खिलाड़ी रियो ओलम्पिक से अपना नाम वापस ले चुके हैं और पांच अगस्त तक कई खिलाड़ी और नाम वापस ले सकते हैं. रियो ओलम्पिक का आयोजन पांच से 21 अगस्त के बीच ब्राजील के सबसे बड़े शहर रियो में हो रहा है. इसके लिए भारत के 100 से अधिक खिलाड़ी रियो जाएंगे. दक्षिण अमेरिका महाद्वीप में पहली बार ओलम्पिक का आयोजन हो रहा है.