समाचार एजेंसी की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, यह शोध अमेरिका की स्टैनफोर्ड और जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटीस ने मिलकर किया है. जिसमें विभिन्न आयु वर्ग, भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिकपृष्टभूमि के हजारों प्रतिभागियों को शामिल किया गया था.
इस शोध के जरिए वैज्ञानिकों ने उपभोक्ताओं द्वारा रसायन बिसफिनॉल ए (बीपीए) के आवरण से बचने की चुनौतियों को दर्शाया.
वर्ष 2003 से 2008 तक छह वर्ष की आयु से अधिक 7,669 प्रतिभागियों में 24 घंटों की आहार जांच और मूत्र में बीपीए सांद्रता के द्वारा पता चला कि अधिक डिब्बाबंद खाद्य पदार्थो के सेवन का उच्च बीपीए से संबंध है.
बीपीए एक यौगिक है, जो खाद्य पदार्थो के डिब्बे के बाहरी कवच और ढक्कन में उपयोग किया जाता है.
यह शोध 'एन्वायरमेंटल रिसर्च' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.