नईदिल्ली:  अब तक डॉक्टरों द्वारा दावा किया जा रहा था कि चिकनगुनिया से मौत का खतरा नहीं है लेकिन राजधानी दिल्ली में ही तीन मामले सामने आए हैं जिसमें चिकनगुनिया से मौत हो गई है. कौन है ये तीनों- चिकनगुनिया से मरने वालों में 65 वर्षीय आर पांडे, गाजियाबाद चंदर नगर के रहने वाले थे. इन्हें यशोदा अस्पताल से सर गंगाराम अस्पताल के आईसीयू में 11 सितंबर को भर्ती किया गया था. 12 सितंबर को इनकी मृत्यु हो गई. चिकनगुनिया से मरने वालों में दूसरे 61 वर्षीय उदय शंकर प्रसाद दिल्ली, द्वारका से थे. इन्हें भी सर गंगाराम अस्पताल के आईसीयू में 11 सितंबर को भर्ती किया गया था. 12 सितंबर को इनकी मृत्यु हो गई. तीसरे व्यक्ति जिनकी चिकनगुनिया से जिनकी मौत हो गई 62 वर्षीय अशोक चौहान, सुरेंद्र नगर अलीगढ़ से थे. इन्हें सर गंगाराम अस्पताल के आईसीयू में 11 सितंबर को भर्ती किया गया था. 12 सितंबर को इनकी मृत्यु हो गई. ऐसा बताया जा रहा है कि इनमें से एक व्यक्ति को न्यूरो की समस्या थी. जबकि दो की हालत चिकनगुनिया के कारण काफी गंभीर थी. क्या कहते हैं गंगाराम अस्पतारल के डॉक्टर्स -
  • गंगाराम अस्पताल के चेयरमैन डॉ.डी.एस राना के मुताबिक, जिन तीन मरीजों की चिकनगुनिया से मौत हुई है वे तीनों ही 60 प्लस थे और तीनों को ही डायबिटीज, ब्लडप्रेशर और दिल संबंधी मेडिकल प्रॉब्लम्स थीं.
  • मेडिकल हेड डॉक्टर एस.पी. ब्यौत्रा के मुताबिक, अब लोगों को चिकनगुनिया को लेकर अधिक सतर्क रहने की जरूरत हैं.
  • मरीजों को अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रि‍त करने की आवश्यकता है और अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें.
  • बचाव के लिए घर के आसपास सफाईं रखें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें.
  • अपनी सेहत की चिंता खुद करें और खुद को बचाएं रखें.
किसके लिए जानलेवा है चिकनगुनिया-  डॉक्टर्स के मुताबिक, बच्चों और बुजुर्गों के लिए चिकनगुनिया जानलेवा हो गया हैं. यदि 60 से अधिक आपकी उम्र हैं या जिन लोगों को डायबिटीज, दिल संबंधी दिक्क‍तें या न्यूरोलॉजी संबंधी गंभीर समस्याएं हैं उनको चिकनगुनिया से जान का खतरा अधिक है. मच्छर जनित चिकनगुनिया से होने वाली राजधानी में ये पहली मौत है. आपको बता दें, अब तक चिकनगुनिया को गैर जानलेवा माना जाता रहा है. एम्स से भी आ रही हैं मौत की खबरें- एम्स अस्पताल में भी चिकनगुनिया से एक मौत की खबर आ रही है लेकिन इसकी अभी अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है. एम्स के प्रवक्ता अमित गुप्ता ने कहा, ‘हमने मौत की वजह चिकनगुनिया होने की अब तक पुष्टि नहीं की है. हम ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन तब तक यह एक संदिग्ध मामला है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एम्स. में चिकनगुनिया से पहले भी एक मौत हो चुकी है और सितंबर महीने पांच लोग डेंगू की वजह से मर चुके हैं. राजधानी में चिकनगुनिया के मामले-   राजधानी में चिकनगुनिया के मामले इस मौसम में तेजी से बढ़कर 1,000 से अधिक पहुंच गए हैं. पिछले एक सप्ताह में चिकनगुनिया के मामले में करीब 90 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. सोमवार को जारी नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 सितंबर तक इस मच्छर जनित बीमारी के कम से कम 1,057 मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि शहर के अस्पताल इससे कहीं बड़ी संख्या होने की बात कह रहे हैं. एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के ललित डार ने कहा, ‘हमारी प्रयोगशालाओं में पिछले दो महीनों में रक्त के 1,360 नमूनों में चिकनगुनिया के विषाणु पाए गए. ये मामले बढ़ रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं.’