- चिकनगुनिया और डेंगू का मच्छर पूरा दिन सक्रिय रहता है, ख़ासतौर से सुबह और दोपहर में. इसलिए इन जगहों पर जाने से बचें, जहां मच्छर ज़्यादा हो.
- अपनी शरीर पर मच्छर को दूर भगाने वाले उत्पाद या रात को सोते समय नेट का इस्तेमाल करें.
- पेय पदार्थ को ज़्यादा से ज़्यादा अपने आहार में शामिल करें.
- मच्छरों द्वारा काटे जाने से बचें, क्योंकि मच्छर आपको काटने के बाद आपके शरीर का इंफेक्शन दूसरे व्यक्ति के शरीर में संक्रमित कर सकता है.
- बुखार और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए पेन किलर ले सकते हैं वो भी डॉक्टर की सलाह पर लें.
- घर पर आराम करें और अपने नज़दीकी डॉक्टर से सलाह लें.
- मच्छरों से बचें- घरों में रखे गमलों और मनी प्लांट के पौधे से पानी को बदलते रहना चाहिए. घर में रखे पानी से भरे सजावटी सामान से डेंगू के मच्छर पैदा होते. कूलर और वॉथरूम में बाल्टी में पानी नहीं जमने देना चाहिए.
- शरीर को ढक कर रखें.
देश में डेंगू-चिकनगुनिया की मार, मच्छरों ने किया सबको बीमार
ABP News Bureau | 30 Aug 2016 06:10 AM (IST)
नई दिल्ली: दिल्ली और आसपास के शहरों को साफ पानी में पनपने वाले मच्छरों ने डराया हुआ है. डेंगू के बाद चिकनगुनिया का खौफ फैला हुआ है. दिल्ली में डेंगू के 487 मामले सामने आए हैं. वहीं चिकनगुनिया के 432 मरीजों की पहचान हुई है. आइए जानें, डेंगू और चिकनगुनिया के बारे में. चिकनगुनिया और डेंगू बुखार- इन दिनों डेंगू और चिकनगुनिया दोनों के ही मामलों में काफी वृद्धि हुई है. ये तो हम आपको बता ही चुके हैं कि डेंगू और चिकनगुनिया दोनों ही बुखार एडिस एजिप्ट मच्छर के काटने से फैलता है. दोनों ही बीमारियों में संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे तक प्रत्यक्ष तौर पर तो नहीं फैलता, लेकिन डेंगू और चिकनगुनिया वायरस से संक्रमित मच्छर के काटने से यह तेजी से फैलता है. डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर दिन में काटते हैं. आपको बता दें, चिकनगुनिया तथा डेंगू बुखार के बीच अंतर करना कठिन हो सकता है लेकिन हम आपको कुछ बारीक फर्क बता रहे हैं. मच्छर आता कहां से है? चिकनगुनिया और डेंगू दोनों बीमारियां एक ही वायरस से होती हैं. इस वायरस वाला मच्छर साफ पानी में पनपता है जो आपके कूलर या गमले में कहीं भी हो सकता है. बरसात की वजह से वातावरण में जो नमी होती है उससे चिकुनगुनिया और डेंगू के मच्छर और ज्यादा पनपते हैं. चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षण- डॉ रवि मलिक का कहना है कि चिकुनगुनिया और डेंगू के लक्षण तकरीबन एक जैसे ही हैं. जैसे की त्वचा पर रैशेज पड़ना, बुखार आना और कमजोरी. लेकिन डेंगू में जहाँ प्लेटलेट्स घट जाते हैं वहीँ चिकुनगुनिया में मसल्स और बोन में पेन बहुत ज्यादा होता है. चिकनगुनिया और डेंगू से कैसे बचें-