आजकल शहरों में रहने वाली महिलाएं अपनी आर्थिक सुरक्षा को लेकर जागरूक हो रही हैं. आजकल महिलाएं अपने और अपने परिवार के लिए एक अच्छा फ्यूचर बनाना चाहती हैं. अब महिलाएं सिर्फ घर और परिवार की जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं हैं. बल्कि महिलाएं अपनी आर्थिक सुरक्षा को भी प्रायोरिटी दे रही हैं. यही कारण है कि वे छोटी-छोटी बचत पर ध्यान दे रही हैं. साथ ही यह बचत उन्हें फालतू के खर्चों से दूर रखती है.
छोटी छोटी बचत से फ्यूचर सिक्योर कर रही महिलाएं आजकल महिलाएं छोटी-छोटी बचत करने पर ज्यादा ध्यान दे रही है. इसी छोटी बचत से महिलाएं अपना और अपने परिवार का फ्यूचर भी सिक्योर कर रही है. अब महिलाएं फालतू के खर्चों पर ध्यान देने के बजाय पैसे कैसे बचाएं जाए उस पर फोकस करने लगी हैं.
जो महिलाएं सेविंग करती हैं वे अन्य महिलाओं की तुलना में ज्यादा खुश रहती हैंदरअसल एक स्टडी में सामने आया है कि जो महिलाएं थाेड़ी-थोडी सेविंग करती हैं, वह महिलाएं अन्य महिलाओं की तुलना में सुकून की नींद सो सकती हैं. साथ ही स्टडी में यह भी पाया गया की छोटी छाेटी सेविंग करने वाली महिलाएं ज्यादा खुश रहती हैं.
ब्रिटेन के ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की रिसर्च जेब में पैसे रहेंगे, तो चैन की नींद सो पाएंगे
ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी में की गई रिसर्च के अनुसार अगर महीने के लास्ट तक भी जिसके पास थोड़े से पैसे भी बचते हैं ऐसे लोग चैन की नींद लेते हैं. वहीं रिसर्च के अनुसार लोगों को अक्सर पैसों की चिंता रात को जगाए रखती है. अगर आप सेविंग्स पर ध्यान नहीं देते हैं, तो इससे आपकी नींद खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके विपरित जो लोग सेविंग्स करते रहते हैं, उनकी मेंटल हेल्थ भी सही रहती है.
छोटी-छोटी बचत के फायदे में महिलाओं की अहम भूमिका ऐसा माना जाता है कि महिलाएं ज्यादा अच्छे से बचत कर पाती है और वहीं आजकल की महिलाएं कर भी रही है. इसके अलावा बचत करने से महिलाएं आत्मनिर्भर भी बन रही हैं. साथ ही छोटी सी बचत करके भी महिलाएं घरों में बड़े फायदे कर रही है. बचत करने से महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन रही हैं.
कैसे करें छोटी-छोटी बचतअगर आप भी अपने घर में छोटी छोटी बचत करना चाहती है तो सबसे पहले आप अपनी आय और खर्चों का हिसाब रखें. इससे आपको पता चलेगा कि आप हर महीने कितनी बचत कर सकती हैं. इसके बाद आप जो आवश्यक नहीं है उन खर्चों को कम करें और सिर्फ जरूरी चीजों पर ही पैसा खर्च करें. वहीं कोशिश करें कि बाहर खाने-पीने और मनोरंजन पर होने वाले खर्चों को कम कर पाएं. इसके अलावा अपने बैंक खाते से हर महीने एक निश्चित अमाउंट ऑटोमेटिक रूप से बचत खाते में ट्रांसफर करने के लिए एसआइपी का उपयोग करें.
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