Seven Sisters: हम सभी को भलीभांति मालूम है कि भारत देश मे 28 राज्य एवं 8 केंद्रशासित प्रदेश है. इसी में से पूर्वोत्तर का एक भाग ऐसा है जिस में सात राज्य आते हैं. पूर्वोत्तर भारत किसी वंडरलैंड से कम नहीं है. माना जाता है कि इस क्षेत्र को प्रकृति मां का आशीवार्द प्राप्त है. आपको बता दें कि पूर्वोत्तर के इन सभी सात राज्यों को Seven Sisters यानी सात बहनें कहा जाता है. जिसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा शामिल हैं. अब सवाल यह आता है कि आखिर इन 7 राज्यों को सेवेन सिस्टर क्यों कहा जाता है? आइए जानते हैं इसका प्रमुख कारण. 


सेवेन सिस्टर्स नाम क्यों दिया? 


देश आजाद होने से पहले इस क्षेत्र में सिर्फ तीन राज्य थे. जिसमें मणिपुर, असम और त्रिपुरा शामिल थे. लेकिन सन 1947 मे देश की आजादी के बाद देश का विस्तार हुआ. इन्हीं तीन राज्यों में से चार और राज्यों का गठन किया गया. जिसमें अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड शामिल हुए. इन सातों राज्यों की निर्भरता एक दूसरे के ऊपर रहती है और साथ ही इन राज्यों की समाजिक, राजनैतिक और आर्थिक स्थिति भी एक दूसरे के समान मानी जाती है इसलिए इन सभी राज्यों को 'Seven Sisters' का नाम दिया गया है.


सिक्किम को क्यों नहीं मिली सेवेन सिस्टर्स में जगह? 


अब आपके मन मे सवाल आया होगा कि पूर्वोत्तर मे 8 राज्य है तो फिर केवल सात राज्य ही सेवेन सिस्टर्स में क्यों शामिल किए गए? पूर्वोत्तर का आठवां राज्य सिक्किम है. आपको बता दें कि सिक्किम को सेवेन सिस्टर्स में जगह इसलिए नहीं मिली है क्योंकि जब इसका गठन किया जा रहा था तब सिक्किम भारत का हिस्सा नहीं था. 


सेवेन सिस्टर्स नाम किसने दिया? 


यह तो आपको मालूम है कि ये सभी राज्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और एक दूसरे पर निर्भर हैं. इसलिए इसे 'सेवेन सिस्टर्स' नाम दिया गया. सेवेन सिस्टर्स नाम 'ज्योति प्रसाद साइकिया' ने दिया है. ज्योति प्रसाद साइकिया असम के एक सिविल सेवक थे. उन्होंने इसे साथ बहनों की भूमि कहा, जिससे इस क्षेत्र को सेवेन सिस्टर्स का नाम मिल गया.


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