अगर आपने कोई नई बाइक खरीदी है तो उसे स्टार्ट कर के ध्यान से देखें उसकी हेडलाइट दिन में भी जलती है. सबसे बड़ी बात कि आप इसे बंद नहीं कर सकते. लेकिन अब सवाल उठता है कि आखिर दिन में हेडलाइट कि क्या जरूरत है. क्या दिन में हेडलाइट जलने से ऊर्जा बर्बाद नहीं होती. चलिए आपको बताते हैं ऐसा क्यों होता है और इसके पीछे का सरकारी नियम क्या है?


दिन में भी क्यों जलती है लाइट


आपने गौर किया होगा कि पहले जब आप बाइक खरीदते थे तब जब तक आप लाइट नहीं जलाते थे गाड़ी की लाइट नहीं जलती. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब नई गाड़ियों की लाइट हमेशा जलती रहती है. दरअसल, इसके पीछे है सरकार का एक नियम. पहले जो गाड़ियां हम खरीदते थे, वो बीएस-3 वाहन होते थे. जबकि अब हम जो गाडियां खरीदते हैं वो बीएस-4 गाड़ियां हैं. बीएस-4 इंजन की खासियत ही ये है कि आप जैसे ही इंजन स्टार्ट करते हैं अपने आप गाड़ियों की लाइट जल जाती है और ये तब तक जलती रहती है, जब तक कि आप इंजन ना बंद कर दें.


सरकार ने ऐसा क्यों किया?


अब सवाल उठता है कि आखिर सरकार ने ऐसा क्यों किया. खासतौर से उस दौर में जब पूरी दुनिया में ऊर्जा बचाने पर बहस हो रही है. दरअसल, ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारत में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके. इसे आसान भाषा में ऐसे समझिए कि भारत में गाड़ियों की लाइट ना जलने की वजह से हर साल काफी ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती थीं और इसमें कई लोगों की जान भी चली जाती थी. इसी को देखते हुए सरकार ने फैसला किया कि अब बीएस-4 इंजन वाली गाड़ियों में हेडलाइट्स हमेशा जलती रहेंगी. हालांकि, ऊर्जा के बचाव के लिए सरकार चाहे तो आने वाली गाड़ियों में कोई ऐसा सेंसर लगा दे जिससे हेडलाइट जले, लेकिन सिर्फ सूर्यास्त के बाद. इससे पर्यावरण को काफी लाभ होगा.


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