African Hair: सभी चाहते हैं कि उनके बार लंबे, घने और चमकदार हों और वो अंदर से भी उतने ही मजबूत बने रहें. इसके लिए लोग न जानें क्या क्या नहीं करते हैं. होम रेमेडीज से लेकर दुनियाभर के केमिकल ट्रीटमेंट करा लेते हैं. हालांकि इससे कुछ लोगों की बालों की सेहत में सुधार आता है, लेकिन कुछ पर कोई असर नहीं होता है. कुछ लोग स्ट्रेट बालों के लिए ट्रीटमेंट कराते हैं तो वहीं कुछ एफ्रो हेयर्स के लिए. एफ्रो हेयर्स मतलब अफ्रीकन लोगों की तरह एकदम कर्ली बाल. क्या आपके दिमाग में भी कभी यह ख्याल आया है कि अफ्रीका के लोगों के बाल आम लोगों के बालों की तरह इतने अलग क्यों होते हैं.
अफ्रीकन लोगों के बार घुंघराले क्यों होते हैं?
अफ्रीका का मौसम अक्सर गर्म रहता है, क्योंकि यह मुख्य रूप से भूमध्य रेखा के पास स्थित है. यहां सूर्य की किरणें सीधी और बहुत तेज पड़ती हैं, जिससे पूरे महाद्वीप में गर्म तापमान बना रहता है. उत्तरी और दक्षिणी अफ्रीका में कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जो रेगिस्तानी हैं, जहां तापमान बहुत ज्यादा होता है और बारिश बहुत कम होती है. ऐसे में यहां पर गर्मी से बचने की खास जरूरत होती है. इसीलिए माना जाता है कि यहां के लोगों के घुघराले बाल अफ्रीकी महाद्वीप के गर्म और नम जलवायु के लिए एक अनुकूल होते हैं. इस वजह से सिर पर सीधी तेज धूप की किरणें नहीं पड़ती हैं और खोपड़ी को ठंडा रखने और सूर्य से बचाने में मदद मिलती है.
क्यों अलग होती है बाल की बनावट?
इसके अलावा टाइट कॉइली हेयर्स सूरज की हानिकारक किरणों से सिर की बेहतर सुरक्षा करते हैं. बालों में जीन का अहम योगदान होता है. स्पेसिफिक जीन जैसे कि प्रोटीन ट्राइकोहेलिन से संबंधित हैं. ये बाल की बनावट को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं. जबकि घुंघराले और एफ्रो-बनावट वाले बाल अफ्रीकी मूल के लोगों में कॉमन हैं. यह अन्य जातीय समूहों के लोगों में भी पाए जा सकते हैं, जिनमें यूरोपीय, एशियाई और मूल अमेरिकी वंश भी शामिल हैं.
कितने तरह के होते हैं बाल
दुनिया भर में लोगों के बालों के प्रकार मुख्य रूप से चार प्रकार में बांटे गए हैं- सीधे, वेवी हेयर्स, घुंघराले और कॉयली हेयर्स, जिनमें से हर एक के सब-सेक्शन भी होते हैं.
टाइप 1 - सीधे बाल: टाइप 1 बाल सीधे होते हैं और उनमें कर्ल और वेव नहीं होते. यह ऑयली होते हैं, क्योंकि स्कैल्प से सीबम आसानी से बालों के शाफ्ट तक पहुंच सकता है. ऐसे बालों को आमतौर पर संभालना और स्टाइल करना आसान होता है.
टाइप 2 - वेवी हेयर: टाइप 2 (ए, बी, सी) बाल वेवी होते हैं और उनमें हल्का एस-आकार का कर्ल पैटर्न होता है. यह लूज, समुद्र की लहरों की तरह हो सकता है. टाइप 2 बालों को अपने आकार और बनावट को बनाए रखने के लिए कुछ कोशिशों की जरूरत होती है.
टाइप 3 - घुंघराले बाल: टाइप 3 (ए, बी, सी) बाल घुंघराले होते हैं और इनमें कर्ल पैटर्न अधिक स्पष्ट होता है. यह ढीले, बाउंसी वाले कर्ल से लेकर टाइट, स्प्रिंगी कर्ल तक होता है. टाइप 3 बाल रूखे होते हैं, क्योंकि स्कैल्प से नेचुरल ऑयल को बालों के शाफ्ट तक पहुंचने में कठिनाई होती है. इसके आकार को बनाए रखने के लिए इसे अधिक नमी और देखभाल की आवश्यकता होती है.
टाइप 4 - कॉइली हेयर: टाइप 4 (ए, बी, सी) बाल कॉइली होते हैं और इनमें टाइट, जिग-जैग कर्ल पैटर्न होता है. यह टाइट कॉइल से लेकर किंकी तक होते हैं. टाइप 4 बाल बहुत रूखे और नाजुक होते हैं. इनको टूटने से बचाने और अपने आकार को बनाए रखने के लिए बहुत अधिक नमी और सॉफ्ट हैंडलिंग की जरूरत होती है.