Ambani Of Punjab: कहते हैं कि सफलता रातों-रात नहीं मिलती, इसके पीछे बरसों की मेहनत, जिद और दूर की सोच होती है. पंजाब के लुधियाना के रहने वाले राजिंदर गुप्ता इसी बात का जीता-जागता उदाहरण हैं. कभी मामूली आमदनी से जिंदगी शुरू करने वाले गुप्ता आज अरबों डॉलर की नेटवर्थ के साथ लुधियाना के सबसे अमीर व्यक्ति बन चुके हैं. हुरून इंडिया रिच लिस्ट 2024 के मुताबिक वह शहर के केवल दो अरबपतियों में से एक हैं और उन्हें अक्सर पंजाब के धीरूभाई अंबानी के नाम से भी जाना जाता है.

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कैसे थे संघर्ष के दिन

राजिंदर गुप्ता का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था. उनके घर की आर्थिक हालत इतनी कमजोर थी कि उन्हें महज 14 साल की उम्र में नौवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी. बचपन में ही उन्होंने जिम्मेदारियां उठा लीं और परिवार का सहारा बनने की ठानी. शुरुआत में वे सीमेंट पाइप और मोमबत्तियां बनाने का काम करते थे, जिससे उन्हें सिर्फ 30 रुपये प्रतिदिन की आमदनी होती थी.

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लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. 1980 के दशक में जब देश में छोटे उद्योगों की ओर रुझान बढ़ रहा था तो उन्होंने भी बड़ा कदम उठाया. 1985 में उन्होंने अभिषेक इंडस्ट्रीज के नाम से एक छोटी खाद बनाने की यूनिट शुरू की. यही उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बना. मेहनत और समझदारी से उन्होंने अपने कारोबार को धीरे-धीरे बढ़ाया और 1991 में उन्होंने स्पिनिंग मिल (कपड़ा उद्योग) की शुरुआत की.

ट्राइडेंट ग्रुप की नींव और विस्तार

1996 में उन्होंने अपने बिजनेस को नया आयाम देने के लिए कारोबार का दायरा बढ़ाया और ट्राइडेंट ग्रुप की नींव रखी. उन्होंने मुख्यालय को चंडीगढ़ स्थानांतरित किया और धीरे-धीरे इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया. आज ट्राइडेंट ग्रुप के कारखाने पंजाब और मध्य प्रदेश में हैं, जहां से कंपनी अपने उत्पाद दुनियाभर में निर्यात करती है.

ट्राइडेंट ग्रुप आज होम टेक्सटाइल, पेपर और केमिकल इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम है. यह कंपनी विशेष रूप से तौलिए, बेडशीट, कंबल और अन्य घरेलू उत्पादों के लिए जानी जाती है. भारत ही नहीं अमेरिका और यूरोप में भी ट्राइडेंट के उत्पादों की बड़ी मांग है.

अरबों डॉलर की नेटवर्थ वाले ‘पंजाब के अंबानी’

फोर्ब्स 2024 के मुताबिक राजिंदर गुप्ता की संपत्ति 1.6 अरब डॉलर है, जो 2023 में 1.4 अरब डॉलर थी. हालांकि, 2022 में यह आंकड़ा 2.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया था, लेकिन बाजार के उतार-चढ़ाव के चलते इसमें गिरावट आई. इसके बावजूद, वे लुधियाना और पंजाब के सबसे प्रभावशाली और प्रेरणादायक बिजनेसमैन बने हुए हैं.

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