सऊदी अरब के अबू धाबी में पहले मंदिर का निर्माण हो चुका है. 27 एकड़ में बने इस मंदिर को 700 करोड़ रुपए में बनाया गया है. इसके मध्य खंड में स्वामी नारायण के विग्रह की प्राण प्रतिष्टा की जाएगी. बीएपीएस यानी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था मंदिर में बेहद खास वास्तुुकला नजर आएगी. साथ ही इस मंदिर में संयुक्त अरब अमीरात का प्रतिनिधित्व करने वाली सात मीनारें भी बनाई गई हैं. बेहद ही खास तरीकों से बनाए गए इस मंदिर के लिए पत्थर भी भारत केे जयपुुर से ले जाए गए हैं. इन सब के बीच क्या आपको पता है कि आखिर जहां इस मंदिर का निर्माण किया गया है वहां कितने भारतीय रहते हैं. यदि नहीं तो चलिए आज जान लेते हैं.


किस जगह बना मंदिर?
सऊदी अरब में स्थित अबू धाबी में जिस जगह इस मंदिर का निर्माण किया गया है उस जगह का नाम "अल वाकबा" है. हाइवे से सटी ये जगह अबू धाबी सेे लगभग 30 मिनट की दूरी पर है. अल वाकबा में बने इस मंदिर का निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ था जो अब जाकर पूरा हुआ है. 


सऊदी अरब में रहते हैं कितने भारतीय?
2021 की जनगणना के अनुसार सऊदी अरब की कुल जनसंख्या 3.6 करोड़ है. जिनमें से इस देश में 1.3 प्रतिशत जनसंख्या हिंदुओं की है. भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार यहां 35 लाख हिंदू रहते हैं. जिनमें ज्यादातर लोग नेपाल और भारत के हैं. इन लोगों में भारतीय मूल के लोगों की संंख्या लगभग 2,781 है. वहीं यहां 25,92,166 भारतीय माइग्रेंट वर्कर्स काम करते हैं. ज्यादातर प्रवासी वहां काम के सिलसिले में ही जाते हैं. हालांकि अनुमान है कि 2050 तक यहां हिंदुुओं की आबादी 1.3 प्रतिशत से बढ़कर 1.6 प्रतिशत हो जाएगी.                                         


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