दुनियाभर में कई ऐसी परंपराएं हैं, जो वाकई काफी अजीबोगरीब हैं. जिस तरह शादी की अजीबोगरीब परंपराएं होती हैं, ठीक वैसे ही मरने के बाद अंतिम संस्कार किए जाने की भी कई तरह की परंपराएं हैं. एक जगह ऐसी है, जहां इंसान की मौत होने के बाद उसे जला दिया जाता है और फिर उसकी राख का सूप बनाकर पीया जाता है. ऐसा है एक रिवाज है, जिसमें मरे हुए आदमी को कब्र से बाहर निकाला जाता है और उसके कंकाल का मेकअप किया जाता है. 


आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर ये कैसा रिवाज है... लेकिन अब जो भी है मगर सबकी श्रद्धा है. तो आज हम आपको इस परंपरा के बारे में बताते हैं कि आखिर ये परंपरा क्यों और कहां फॉलो की जाती है. साथ ही जानेंगे कि ऐसा करने के पीछे उनका क्या लॉजिक है. तो जानते हैं दुनिया की एक और अजीबोगरीब परंपरा के बारे में...


कहां फॉलो होती है ये परंपरा?


अगर इस परंपरा की बात करें तो ये इंडोनिशेया की एक ट्राइब में फॉलो की जाती है. ये परंपरा तोरदा कम्युनिटी के लोग फॉलो करते हैं. माना जाता है कि इसका चलन कम हो गया है, लेकिन अभी भी कुछ लोग इसे फॉलो करते हैं. 


इस परंपरा में क्या होता है?


अगर इस परंपरा की बात करें तो यह अगस्त के महीने में फॉलो की जाती है. इस दौरान लोग पहले अपने पूर्वजों को कब्र से निकाल लेते हैं. क्रब से निकालते वक्त उनका सिर्फ कंकाल ही बचता है और ये लोग कंकाल भी बाहर निकालते हैं और फिर इन लाशों का या कंकाल का मेकअप करते हैं. हर साल फॉलो होने वाले इस रिवाज को लेकर इन लोगों का मानना है कि जिंदगी और मौत के बीच का कनेक्शन चलता रहता है. इसे एक फेस्टिवल की तरह सेलिब्रेट किया जाता है.


आप सुनकर हैरान रह रहे होंगे. लेकिन यह सच है. यहां तक कि कई लोग तो कंकाल को कपड़े पहनाते हैं और उन्हें सिगरेट तक पिलाते हैं. इस दिन कंकाल के साथ जिंदा इंसान की तरह बर्ताव होता है और उनकी ख्वाहिशों को पूरा किया जाता है. इसे तोरजा डेथ रिच्युअल कहा जाता है और ये परंपरा काफी चर्चा में रहती है. अगस्त में इसकी कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं. 


ये भी पढ़ें- पाकिस्तानी झंडा और इस्लामिक फ्लैग में क्या अंतर होता है... ये फर्क आप भी जान लीजिए