दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जो अलग-अलग कारणों से पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. आज हम आपको दुनिया के सबसे छोटे देश वेटिकन सिटी के बारे में बताने वाले हैं. इस देश में नागरिकता के लिए नियम बिल्कुल अलग हैं. दरअसल इस देश में अधिकांश लोगों को अस्थायी नागरिकता मिलती है. इसके अलावा यहां पर सिर्फ ईसाइयों को ही नागरिकता मिलती है. जानिए इस छोटे देश में क्या-क्या है नियम. 


 वेटिकन सिटी


 बता दें कि वेटिकन सिटी रोम के भीतर छोटा सा एक देश है. वहीं यहां पर पोप वेटिकन सिटी और होली सी दोनों के शासक हैं. 108 एकड़ भूमि वाले वेटिकन सिटी की आबादी लगभग 800 लोगों की है. जिसमें 135 तो स्विस गार्ड ही होते हैं. इस हिसाब से ये दुनिया का सबसे कम आबादी वाला देश भी है. इस देश में भी केवल 450 निवासियों के पास ही वेटिकन की नागरिकता है. हालांकि वो भी अस्थायी नागरिकता है. यहां पर स्थायी नागरिकता किसी को नहीं मिलती है. यहां केवल 30 महिलाएं ही ऐसी हैं, जिन्हें यहां की नागरिकता मिली हुई है.  क्योंकि उन्होंने यहां के गार्ड के अन्य कर्मचारी से शादी किया है. 


रोमन कैथोलिक ईसाई


इसके अलावा वेटिकन सिटी में केवल रोमन कैथोलिक ईसाई ही रह सकते हैं, वो भी जो कैथोलिक धर्म में सबसे प्रभावशाली या महत्वपूर्ण हैं. बता दें कि यहां विभिन्न राष्ट्रीयताओं के पुजारी और नन हैं. इसके अलावा वेटिकन की नागरिकता काफी अनोखी है. यहां पर नागरिकता जन्म या रक्त के आधार पर नहीं दी जाती है. बल्कि यहां पर केवल उन लोगों को नागरिकता दी जाती है, जो वेटिकन सिटी में विभिन्न स्थितियों में काम करते हैं. वेटिकन सिटी या रोम में रहने वाले कार्डिनल साथ ही होली सी के राजनयिकों को भी देश का नागरिक माना जाता है.


नागरिकता खत्म


बता दें कि यहां पर कार्यालय का कार्यकाल समाप्त होने पर वेटिकन की नागरिकता भी खत्म हो जाती है. इतना ही नहीं बच्चे यहां अपने माता-पिता से विरासत में नागरिकता नहीं प्राप्त कर सकते हैं. वेटिकन दोहरी नागरिकता रखने की अनुमति देता है. वेटिकन की नागरिकता भी दुनिया में मिलने वाली सबसे कठिन नागरिकताओं में एक है. जानकारी के मुताबिक नई कानूनी व्यवस्था के तहत नागरिकता यहां के कानून या प्रशासनिक निर्णय द्वारा प्राप्त की जा सकती है. यहां रहने वाले अधिकांश नागरिक सीधे चर्च के लिए काम करते हैं. कई नौकरियों में कार्डिनल, गार्ड, नन और पादरी के सदस्य शामिल हैं.


वेटिकन पासपोर्ट


वेटिकन के नागरिकों के साथ रहने वाले परिवार के लोग भी वहां के नागरिक होते हैं. लेकिन उनका वेटिकन सिटी में रहना जरूरी होता है. इसके अलावा पवित्र राजनयिक पासपोर्ट वेटिकन के नागरिकों के लिए 10 सालों के लिए जारी किया जाता है. गैर वेटिकन लोगों के लिए 05 सालों के लिए पासपोर्ट जारी किया जाता है. वहीं तकनीकी रूप से वेटिकन में कोई भी पैदा नहीं हो सकता, क्योंकि वहां कोई अस्पताल नहीं हैं. 


 


ये भी पढ़ें: दुनिया के कितने देशों में लागू है वन नेशन वन इलेक्शन, इससे भारत में कितनी बदल जाएगी चुनाव प्रक्रिया