Hitler and Hamas: इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध ने अब तक हजारों जिंदगियां तबाह कर दी है. हमास की आर्मी बिना थके लगातर जंग लड़ रही है. अब इजरायल की माडिया के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि हमास के लड़ाके ड्रग्स का सेवन कर जंग लड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि यही ड्रग्स जर्मनी के तानाशाह हिटलर ने जंग के समय अपने सैनिकों को खिलाई थी. आइए पूरा मामला समझते हैं.


क्या है दावा?


फिलिस्तीन और इजरायल के बीच इस समय इजरायली मीडिया में एक दावा किया गया है कि संघर्ष के बीच मारे गए मिलिटेंट्स की जेब से कैप्टागन नामक ड्रग्स की गोलियां मिली है. इस ड्रग को "कोकीन" भी कहा जाता है, और इसके सेवन के बाद व्यक्ति अधिक अलर्ट हो जाता है, भूख और प्यास भी नहीं लगती है. यूरोप में इसे डिप्रेशन जैसी बीमारियों के उपचार के लिए तैयार किया गया था, लेकिन इसका अत्यधिक इस्तेमाल पर बैन लगा हुआ है. 


बता दें कि सिविल वॉर के दौरान सीरियाई मिलिटेंट्स ने इस ड्रग का विशेष रूप से उपयोग किया था. वहां लोग सालों तक आपसी विरोध करते रहे थे और खाने-पीने की आपूर्ति बंद थी. इस संदर्भ में लड़के ड्रग्स का सेवन करके लड़ते रहे थे. इसके बाद मध्य पूर्व के आस-पास के देशों में इसकी आपूर्ति बढ़ गई. यह ड्रग के कारोबार को लेकर सख्त कानूनी कदम उठाने वाले सऊदी अरब सहित कई देशों में सजा दी गई है.


हिटलर की सेना को भी दी जाती थी इसकी डोज


हिटलर और उनकी सेना द्वारा किए गए नरसंहार के संदर्भ में कहा जाता है कि उन्होंने ड्रग्स का उपयोग किया था. हिटलर ने अपने अनुयायियों को नशा करने के लिए विभिन्न प्रकार की ड्रग्स का उपयोग करवाया था, जैसे ऑक्सीकोडोन, मॉर्फीन, और कोकीन. यहां तक कि लड़ाई या हत्याओं से पहले, पूरी नाजी पार्टी मेथामफेटामाइन नामक एक ड्रग का सेवन करती थी. ऐसा इसलिए किया जाता था ताकि बना थके-हारे जंग लड़ा जा सके.


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