Joe Biden Israel Visit: इजरायल और चरमपंथी संगठन हमास के बीच जारी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले करीब 12 दिनों से ये जंग जारी है. दोनों तरफ से अब भी हमले जारी हैं और लोगों की मौतों का सिलसिला भी लगातार आगे बढ़ रहा है. अब तक करीब 3500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसी बीच दुनिया के बड़े देश इस युद्ध को रोकने की कोशिश में जुटे हैं, जिसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अचानक इजरायल पहुंच गए. हवा में उड़ती मिसाइलों के बीच जो बाइडेन इजरायल के तेल अवीव शहर पहुंचे. आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि कैसे अमेरिकी राष्ट्रपति वॉर जोन में पहुंच जाते हैं और इस दौरान उनकी कैसी सिक्योरिटी होती है. 


यूक्रेन पहुंच गए थे बाइडेन
ये पहली बार नहीं है जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन किसी दूसरे युद्धग्रस्त देश में गए हों, इससे पहले वो रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच यूक्रेन पहुंच गए थे. जहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की थी और रूस को एक कड़ा संदेश भी दिया. इसके बाद अब जो बाइडेन दूसरे वॉर जोन इजरायल पहुंचे हैं. जहां बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद उनका स्वागत किया. 


गुप्त रखी जाती है यात्रा
अब आप सोच रहे होंगे कि हवा में उड़ती खतरनाक मिसाइलों के बीच कैसे सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति हवा में उड़ान भरते हैं? तो इसका जवाब ये है कि यूएस प्रेसिडेंट की इस यात्रा को काफी गुप्त रखा जाता है. महज कुछ ही लोगों को इसकी जानकारी होती है. सीक्रेट सर्विस इस बात का खयाल रखती है कि इस पूरी विजिट का शेड्यूल किसी भी तरह लीक न हो. 


कैसी होती है सिक्योरिटी?
यूक्रेन की यात्रा के दौरान देखा गया कि बाइडेन काफी सीक्रेट तरीके से अपने देश से रवाना हुए. उनकी यूक्रेन यात्रा की भनक तक किसी को नहीं लगी. उन्हें एक खास ट्रेन से यूक्रेन तक पहुंचाया गया. जो पोलेंड बॉर्डर पर पहले से ही तैयार थी. इस दौरान उनकी सुरक्षा में तमाम अधिकारी और इंटेलिजेंस लगा हुआ था. ठीक इसी तरह इजरायल यात्रा में भी बाइडेन को सुरक्षा दी गई. फिलहाल इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि बॉर्डर से बाइडेन हवाई रास्ते से इजरायल पहुंचे या फिर उन्हें सड़क या ट्रेन के रास्ते से लाया गया. 


अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले में द बीस्ट जैसी कारें शामिल होती हैं, जिन पर किसी मिसाइल का असर भी नहीं होता है. साथ ही अगर वो हवा में उड़ान भर रहे हैं तो उनकी सुरक्षा के लिए आगे और पीछे फाइटर जेट्स भी उड़ान भरते हैं, जो किसी भी हमले को नाकाम कर सकते हैं. 



ये भी पढ़ें- इस जगह को कहा जाता है 'नरक का दरवाजा', सैकड़ों सालों से धधक रही है आग