Railway Refund: नए साल की शुरुआत से साथ ही शीतलहर का असर भी दिखने लगा है. देशभर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और कई जगहों पर घने कोहरे की चादर बिछी है. कोहरे के चलते इन दिनों कई ट्रेनें और फ्लाइट्स भी डिले हो रही हैं, जिससे आम लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. देश के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ लगातार बढ़ रही है और लोग घंटों तक इंतजार कर रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि ऐसे में लोगों को क्या करना चाहिए और इसके लिए कौन जिम्मेदार होता है?


लोग करते हैं शिकायत
ट्रेन लेट होने के चलते लोग परेशान जरूर होते हैं, लेकिन कुछ देर बाद ये सोचकर खुद को समझा लेते हैं कि मौसम खराब है तो ट्रेन कैसे वक्त पर पहुंचेगी... कुछ लोग सोशल मीडिया पर इसकी शिकायत कर अपना काम पूरा कर लेते हैं. अब उस सवाल का जवाब जान लेते हैं कि आखिर लोग ट्रेनों के लेट होने पर कर क्या सकते हैं?


कब मिलता है रिफंड?
अगर आपकी ट्रेन तीन घंटे से ज्यादा डिले चल रही है और आप इसके बाद किसी दूसरे ट्रांसपोर्ट से सफर करना चाहते हैं तो आप अपने टिकट का पूरा पैसा रिफंड ले सकते हैं. इसके लिए रेलवे की वेबसाइट पर एक फॉर्म आपको दिखेगा, जिसे भरने के बाद आपका पैसा वापस आ जाएगा. हालांकि इसमें कई दिन लग सकते हैं. कई बार ऐसी शिकायतें भी मिलती हैं कि टिकट होने के बावजूद यात्रियों को सीट नहीं मिल पाती, ऐसे में वो टीटीई को शिकायत कर सकते हैं, साथ ही रेलवे को भी सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दे सकते हैं. 


अब उस सवाल पर आते हैं कि आखिर ट्रेनों के लेट होने के पीछे कौन जिम्मेदार है? इसके लिए रेलवे ही जिम्मेदार होता है, हर बार रेलवे की तरफ से दावे किए जाते हैं कि फॉग के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन इसका असर कम ही देखने को मिल रहा है. लोगों को आज भी कई घंटों तक स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है.