Richest People Gurugram: गुरुग्राम जिसे अक्सर भारत का मिलेनियम सिटी कहा जाता है काफी रफ्तार से कॉरपोरेट हैडक्वाटर्स, स्टार्टअप और ग्लोबल बिजनेस का एक केंद्र बन चुका है. तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और मल्टीनेशनल कंपनियों के केंद्रीकरण के साथ इस शहर में भारत के कुछ सबसे धनी व्यक्ति भी रहते हैं. आइए जानते हैं गुड़गांव के पांच सबसे अमीर लोग और उनकी संपत्ति के बारे में.

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निर्मल कुमार भिंडा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑटोमोटिव पार्ट्स बनाने वाली ग्लोबल कंपनी यूनो भिंडा के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर निर्मल कुमार भिंडा करीब 40,800 करोड़ रुपये के मालिक हैं. इस कंपनी की शुरुआत उनके पिता शालिदाल भिंडा ने 1958 में छोटे-से गैराज से की थी. आज दुनिया भर में उनके 73 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं.

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दीपिंदर गोयल 

दीपिंदर जोमैटो के को-फाउंडर और सीईओ हैं.  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 9300 करोड़ रुपये है. वे आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र हैं. उन्होंने 2008 में जोमैटो को foodibay.com के रूप में लॉन्च किया था.  आज जोमैटो एक जाना माना नाम बन चुका है. कंपनी ने ब्लिंकिट के अधिग्रहण के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी काफी ज्यादा विस्तार किया है. जोमैटो की मूल कंपनी इटरनल लिमिटेड भारत के सबसे सफल इंटरनेट आधारित वेंचर्स में से एक बनी हुई है.

वरुण और गजल अलघ

पुनासा कंज्यूमर लिमिटेड के संस्थापक वरुण और गजल 5900 करोड़ की संयुक्त संपत्ति के मालिक हैं. उन्होंने 2016 में अपना ब्रांड मामाअर्थ लॉन्च किया था. पहले यह ब्रांड टॉक्सिन फ्री बेबी केयर प्रोडक्ट्स के साथ शुरू हुआ था और अब सभी आयु वर्गों के लिए त्वचा और व्यक्तिगत देखभाल के उत्पादों तक फैल चुका है.

ज्योति भाटिया 

इंडिगो एयरलाइंस के को फाउंडर राहुल भाटिया की बहन ज्योति भाटिया की कुल संपत्ति 4500 करोड़ रुपये है. इंटरग्लोब एवियशन में एक बड़ी हिस्सेदारी के साथ ज्योति भारत के तेजी से बढ़ते विमानन उद्योग में एक अहम स्थिति रखती हैं. 

रविंदर कुमार 

गावर कंस्ट्रक्शन के फाउंडर और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रविंद्र कुमार की कुल संपत्ति 4300 करोड़ रुपये है. उन्हें सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर में दो दशकों से भी ज्यादा का अनुभव है. उन्होंने अपनी कंपनी को राजमार्ग और सड़क निर्माण परियोजनाओं में एक टॉप की कंपनी बना दिया है.

यह सभी गुरुग्राम के अरबपति भारत की नई अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपना योगदान दे रहे हैं. यह लोग न केवल शहर के सबसे धनी लोगों में शुमार है बल्कि उद्यमशीलता की भावना और विकास को भी दर्शाते हैं, जिसने गुरुग्राम को भारत के एक बड़े फाइनेंशियल हब के रूप में खड़ा कर दिया है.

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