देश के प्रधानमंत्री को भी इस्तीफा देना होता है. ऐसी स्थिति तब होती है जब प्रधानमंत्री पद के लिए किसी नए व्यक्ति का चुनाव होता है या फिर पुराना कार्यकाल समाप्त कर नया कार्यकाल शुरू करना होता है. नरेंद्र मोदी ने 5 जून को अपना इस्तीफा सौंपा था और फिर नए कार्यकाल में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर जब पीएम को इस्तीफा सौंपना हो तो वो किसे सौंपता है? चलिए जान लेते हैं.

प्रधानमंत्री किसे सौंपते हैं इस्तीफा?

प्रधानमंत्री को जब इस्तीफा देना होता है तो वो देश के राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपते हैं. इसके बाद जब तक उस पद पर जनता द्वारा चुना गया व्यक्ति शपथ नहीं लेता है तब तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री कार्यभार संभालते हैं.

नरेंद्र मोदी ने भी जून में राष्ट्रपति भवन पहुंचकर अपना इस्तीफा सौंपा था. जिसके बाद राष्ट्रपति के आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी.

कौन होता है कार्यवाहक पीएम?

कार्यवाहक प्रधानमंत्री वह व्यक्ति होता है जो अगले प्रधानमंत्री की नियुक्ति होने तक अस्थायी रूप से सरकार चलाता है. पाकिस्तान में कार्यवाहक प्रधानमंत्री नेशनल असेंबली के भंग होने के बाद अगले प्रधानमंत्री की नियुक्ति होने तक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सरकार का नेतृत्व करता है.

नरेंद्र मोदी के इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद से नई सरकार बनने तक कार्यवाहक पीएम बने रहने का अनुरोध किया. आसान भाषा में समझिए कि नई सरकार और प्रधानमंत्री बनने तक नरेंद्र मोदी ही देश के कार्यवाहक पीएम थे. दरअसल भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को 294 सीटों के साथ बहुमत मिला था. ऐसे स्थिति में माना जा रहा है कि देश में एनडीए की सरकार ही बनने की स्थिति थी. ऐसे में कार्यवाहक पीएम नरेंद्र मोदी ही थे.                                                                      

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