अब तक आप लोगों ने होमोसेक्सुअल और बायसेक्सुअल के बारे में सुना होगा. लेकिन अब हम आपको इकोसेक्सुअल के बारे में बताने वाले हैं. होमोसेक्सुअल और बायसेक्सुअल लोग इंसानों से कामुक प्रेम करते हैं. लेकिन इकोसेक्सुअल लोग इससे एक कदम आगे पेड़ों से प्रेम करते हैं. ये प्रेम नेचर लविंग वाला नहीं है, ना ही वैसा है जैसा हम अपने पालतू जानवरों से करते हैं. बल्कि ये इकोसेक्सुअल लोग पेड़ों से ऐसे प्रेम करते हैं जैसे एक पत्नी अपने पति से और एक पति अपने पत्नी से करता है.

क्या है इससे जुड़ा मामला?

इकोसेक्सुअल का मामला हाल ही में कनाडा में देखने को मिला. यहां की एक निवासी सोनजा सेम्योनोवा को अपने घर के पास में ही लगे एक ओक के पेड़ से प्रेम हो गया. खुद को इकोसेक्सुअल बताते हुए, सोनजा सेम्योनोवा कहती हैं कि जो प्रकृति को अपने प्रेमी के रूप में कल्पना करता है वो इकोसेक्सुअल होता है और मैं वो हूं.

दरअसल, 45 साल की सोनजा कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर द्वीप पर रहती हैं. यहां वह रोजाना अपने घर के बाहर सैर करने जाती थीं. लेकिन साल 2020 में एक दिन उन्हें सैर के दौरान रास्ते में एक ओक का पेड़ दिखा. पेड़ उन्हें बहुत पसंद आया, इसके बाद वो चार पांच दिनों तक इस पेड़ के आसपास टहलने लगीं. धीरे-धीरे उन्हें इस पेड़ से प्रेम होने लगा. सोजना कहती हैं कि समय के साथ-साथ ये प्रेम कामुक प्रेम में बदल गया.

ये अलग तरह का कामुक संबंध है

सोनजा सेम्योनोवा मीडिया से बात करते हुए कहती हैं कि ये कामुक भावना इंसानों के साथ होने वाली कामुक भावना से अलग है. हालांकि, इंसानों के बीच होने वाला यौन संबंध और प्रकृति के साथ कामुकता... दोनों के बीच काफी समानताएं होती हैं. लेकिन मैं पेड़ के साथ शारीरिक गतिविधियां नहीं करती, बल्कि मेरे लिए बदलते मौसम को अपनी आंखों से देखना और उसे महसूस करना एक कामुक भावना है.

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