आम जिंदगी में कुछ चीजें इंसानों के लिए बेहद जरूरी और रोजमर्रा के कामों में इस्तेमाल होने के लिए होती हैं. जैसे सुबह उठने पर ब्रश, नहाने के समय तौलिया और अंडरवेयर हर इंसान इस्तेमाल करता ही है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी बात बताने वाले हैं, जिसके बारे में जानकर आप आश्चर्यचकित होंगे. दरअसल रूस में कुछ ऐसे अंडरवेयर भी हैं, जिसको पहनने पर बैन है.
अंडरवेयर
पुरुष और महिलाओं के लिए अंडरवेयर उनके आम जीवन का हिस्सा है. अधिकांश लोग अंडरवेयर का इस्तेमाल करते हैं. इतना ही नहीं बाजार में कई ऐसी कंपनियां हैं, जो कंफर्ट के मुताबिक अलग-अलग प्रकार और साइज के अंडरवेयर बनाती हैं. आपने देखा होगा कि लोग अपने मुताबिक इनका इस्तेमाल भी करते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि रूस में कुछ ऐसे अंडरवियर हैं, जिसपर सरकार ने बैन लगाया हुआ है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.
रूस में इन अंडरवेयर पर बैन
बता दें कि रूस में कुछ ऐसे अंडरवियर हैं, जिस पर सरकार ने बैन लगाया हुआ है. बता दें कि रूस के अलावा अल्मटी, कजाकिस्तान, बेलारूस में महिलाओं को खासकर लेस वाले अंडरवियर पहनने पर पाबंदी है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यहां पर महिलाओं द्वारा अंडरवियर पहनने पर कानूनी तौर पर रोक लगी हुई है. हालांकि इसको लेकर अब तक कई आंदोलन हो चुके हैं, लेकिन सरकार की तरफ से बैन जारी है.
लेस अंडरवियर के आयात और निर्यात पर बैन
जानकारी के मुताबिक महिलाओं द्वारा लेस वाले अंडरवियर पहनने पर रोक वाला यह कानून 2011 में बनाया गया था, जो अभी भी जारी है. रूस में इस कानून के तहत यहां लेस वाले अंडरवियरों का उत्पादन, आयात और बिक्री पर पूर्ण पाबंदी लगी हुई है।
सुरक्षा के कारण हुए बैन?
अब आपके दिमाग में सवाल आ रहा होगा कि रूस जैसे देश ने आखिर ये कैसा बैन लगाया है. क्योंकि इन देशों के अलावा बाकी किसी देश में तो बैन आज तक नहीं लगा है. बता दें कि लेस अंडरवियर बैन के पीछे त्वचा संबंधी बीमारियों को रोकना लक्ष्य है. लेस अंडरवियर बैन को लेकर सरकार का पक्ष है कि ये सुरक्षा के कारण किया गया है. क्योंकि सिंथेटिक कपड़ों से बने लेस अंडरवियर पर्याप्त नमी को अवशोषित नहीं करते हैं, इससे त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
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