टेक्नोलॉजी तेजी से अपना रूप बदल रही है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने के बाद तकनीक एक नई क्रांति की ओर बढ़ रही है. इंसानों की जगह धीरे-धीरे रोबोट ले रहे हैं. लेकिन क्या रोबोट इंसानों की तरह किसी भी काम को करने में उतने ही सक्षम हो पाएंगे जितने के इंसान होते हैं... इस पर अभी भी कई सवाल हैं. इसी तकनीक से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसमें दुनिया का पहला रोबोट वकील अब खुद एक मुजरिम बन गया है. यानी जिस रोबोट को एक वकील के तौर पर तैयार किया गया था और उसके अंदर तमाम तरह के कानूनी दांवपेच फीड किए गए थे... उसे खुद अब कोर्ट में एक मुजरिम की तरह पेश होना पड़ेगा. चलिए आपको यह पूरा मामला समझाते हैं.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, अमेरिका के एक कोर्ट में दुनिया के पहले रोबोट वकील पर केस दर्ज हुआ है. शिकागो की लॉ फर्म ऐडल्सन ने सुपीरियर कोर्ट ऑफ स्टेट ऑफ कैलिफोर्निया में इस रोबोट वकील पर मुकदमा दायर किया है और दलील दी है कि बिना किसी डिग्री या लाइसेंस के यह रोबोट कानूनी प्रैक्टिस कर रहा है जो पूरी तरह से गैरकानूनी है.

किस कंपनी ने बनाया है यह रोबोट

इस रोबोट को बनाया है एक अमेरिकी स्टार्टअप कंपनी डू नॉट पे ने. डू नॉट पे उस वक्त पहली बार चर्चा में आई थी जब उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एक ऐसा रोबोट तैयार किया था... जो बिल्कुल वकील की तरह किसी का केस लड़ सकता था. जनवरी में इसका ट्रायल भी किया गया था. लेकिन अब जे ऐडल्सन लॉ फर्म ने इस स्टार्टअप कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है और इसके रोबोट वकील को कोर्ट में पेश करने की पेशकश हुई है.

क्या करता था यह रोबोट

कंपनी के सीईओ जोशवा ब्राउडर ने इस मुद्दे पर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि हमारे लिए एक बुरी खबर है, अमेरिका के एक अमीर लॉ फर्म ऐडल्सन ने दो नॉट पे के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जिसमें उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त रोबोट वकील के कामकाज को खत्म करने की अपील की है. कंपनी का कहना है कि रोबोट अब तक सिर्फ ओवरस्पीडिंग से जुड़े मामलों पर ही कानूनी सलाह बहस और अपनी दलीलें देता है. लेकिन अब इस वकील रोबोट के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है और यह खुद कोर्ट में एक मुजरिम की तरह पेश होने वाला है.

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