महाराष्ट्र के पुणे में एक तेज रफ्तार डंपर ने सड़क किनारे सो रहे 9 लोगों को कुचल दिया. इस हादसे में 3 की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं अन्य 6 गंभीर रूप से घायल हो गए. डंपर चालक शराब के नशे में था. पुणे में हुए इस हादसे ने इसी साल मई में हुए हाईप्रोफाइल पोर्श कार एक्सीडेंट केस की याद दिला दी, जब एक नाबालिग ने शराब के नशे में बाइक सवार दो लोगों को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. 

ये दो सड़क हादसे तो एक बानगी भर हैं.  आंकड़ों को देखें तो दुनियाभर में भारत सड़क हादसों के मामले में सबसे ऊपर है. भारत में हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवाते हैं. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय लगातार काम कर रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में हर साल कितने लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा देते हैं? सड़क दुर्घटनाओं के मामले में कौन सा राज्य सबसे ऊपर है? आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे।

भारत में सड़क दुर्घटना

भारत में हर साल लाखों की संख्या में लोग सड़क दुर्घटना में अपने परिजनों को खो देते हैं. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी हाल ही में लोकसभा में बताया था कि सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण लेन अनुशासनहीनता है. उन्होंने बताया था कि तेज गति इतनी बड़ी समस्या नहीं है, क्योंकि दुनियाभर में लोग तेज गति से वाहन चलाते हैं. लेकिन भारत में लेन अनुशासनहीनता एक बड़ी समस्या है. 

इस राज्य में होता है सबसे अधिक सड़क हादसा

बता दें कि देश में सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिवर्ष 1.78 लाख लोगों की जान जाती है. इनमें से 60 प्रतिशत पीड़ित 18-34 वर्ष की आयु वर्ग के होते हैं. वहीं अगर राज्य की बात करेंगे, तो सबसे ज्यादा सड़क हादसे उत्तर प्रदेश में होते हैं. शहरों के मामले में दिल्ली सबसे ऊपर है. जानकारी के मुताबिक उत्तर-प्रदेश में 23,000 से ज़्यादा लोगों ने बीते साल सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवाई थी. ये आंकड़ा दुर्घटनाओं के कारण होने वाली कुल मौतों का 13.7 प्रतिशत है. वहीं तमिलनाडु में 18,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है, जो पूरे देश का 10.6 प्रतिशत है. वहीं महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 15,000 से अधिक यानी देश की कुल मौतों का नौ प्रतिशत है, इसके बाद मध्य प्रदेश का नंबर 13,000 से अधिक लोगों ने जान गंवाई है, जो आठ प्रतिशत है.

शहरों में दिल्ली सबसे ऊपर

इसके अलावा राजधानी दिल्ली में 1,400 से अधिक लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है, ये आंकड़ा शहर के मामले में सबसे ऊपर है. शहरों में दूसरे स्थान पर 915 मौतों के साथ बेंगलुरू है. वहीं जयपुर में सड़क दुर्घटनाओं के कारण 850 मौतें दर्ज की गई हैं.

इस कारण होती है दुर्घटना

सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण अपनी लेन में गाड़ी नहीं चलाना है. इसके बाद दूसरा बड़ा कारण ओवरटेक है. इसके अलावा बार-बार लेन बदलना और तेज गति में गाड़ी चलाना भी सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण है. वहीं सरकार लगातार आम जनता से यातायात नियमों के पालन करने की अपील करती है. 

यह भी पढ़ें: क्या तोड़ी जा सकती है प्रत्यर्पण संधि? या शेख हसीना को वापस भेजने के लिए मजबूर है भारत, ये है नियम