Tarantula And Frog Symbiotic Relationship: कुदरत ने दुनिया में कई अजीबोगरीब चीजें बनाई हैं. वहीं कई ऐसे भी खतरनाक जीव धरती पर मौजूद हैं, जो कि एक पल में किसी को खत्म करने की क्षमता रखते हैं. कई बार जिन जानवरों को हम छोटा समझते हैं वो बहुत खतरनाक भी होते हैं. मकड़ियां उनमें से एक हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर नन्ही सी मकड़ी इंसान का क्या बिगाड़ लेगी. लेकिन ऐसा नहीं है, दुनिया में मकड़ियों की 50 हजार प्रजातियां पाई जाती हैं. उनमें से कई मकड़ियां तो ऐसी और इतनी बड़ी हैं, जो कि जहरीले सांपों को भी खा जाती हैं. वहीं कुछ के काटने से तो इंसान की मौत भी हो जाती है.
कैसे शिकार करती हैं टेरेंटुला
इनमें से मकड़ी की एक प्रजाति होती है टेरेंटुला. अब टेरेंटुला प्रजाति में भी अलग-अलग तरह की मकड़ियां होती हैं. इनकी एक प्रजाति की मकड़ी तो करीब 12 इंच की भी होती है, यानि कि आपके स्मार्टफोन के दोगुनी साइज की. ये देखने में बड़ी डरावनी होती हैं. इस प्रजाति की मकड़ियां छोटे-छोटे जीव जैसे कीड़े, छिपकली और मेंढकों को खाती हैं. ये अपने डंक से उनको काटती हैं, जिसके बाद शिकार धीरे-धीरे बेहोश हो जाता है और तब ये उनसे अपना पेट भरती हैं.
एक दूसरे पर निर्भर हैं मेंढक और टेरेंटुला
टेरेंटुला प्रजाति की मकड़ियां छोटे मेंढकों को अपना पालतू बनाकर रखती हैं. जो मेंढक इनके साथ रहता है, वो इसे कभी खाती नहीं हैं. दरअसल ये मकड़ियां और इनके साथ रहने वाले मेंढक एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं. टेरेंटुला मेंढकों को सुरक्षा और रहने के लिए जगह देती हैं, तो वहीं मेंढक बदले में मकड़ी के जाले में फंसे छोटे-छोटे कीड़ों की सफाई करते हैं और जाले साफ रखने का काम करते हैं. ये मेंढक कीड़ों को कंट्रोल में करने का काम करते हैं और टेरेंटुला के अंडों को नुकसान होने से बचाते हैं.
दोनों एक-दूसरे का करते हैं बचाव
टेरेंटुला छोटे डॉटेड हमिंग फ्रॉग्स को अपने साथ रखती हैं, जो कि चीटिंयों और छोटे कीड़े मकोड़ों को खा जाते हैं. इसके अलावा ये मकड़ियों को जाले को सुरक्षित करने का भी काम करते हैं. वहीं टेरेंटुला मेंढक का सांप और बाकी बड़ी मकड़ियों से बचाव करती है. इनके साथ रहने वाले मेंढक वो चीजें खाते हैं जो कि टेरेंटुला के शिकार में से बच जाता है.