जब भी कोई विदेश से बाहर आता है तो भारत घूमने की लिस्ट में उसके ताजमहल जरूर होता है. सिर्फ विदेशी ही क्यों, हर किसी भारतीय की भी ये इच्छा होती है कि वो एक बार ताजमहल का दीदार जरूर करें. ताजमहल के इस क्रेज का नतीजा है कि ताजमहल में पर्यटकों की हमेशा भीड़ रहती है. आप भी जब ताजमहल गए होंगे तो आपने देखा होगा कि वहां काफी लोग होंगे. ऐसे में कभी आपने ये सोचा है कि आखिर ताजमहल से कितनी कमाई होती है और ताजमहल की टिकटों से कितने रुपये का रेवेन्यु जनरेट होता है. 


ऐसे में आज जानने की कोशिश करते हैं कि ताजमहल का कितना रेवेन्यु है और भारत की ऐतिहासिक इमारतों से होने वाली कमाई में ताजमहल का नंबर कहां आता है. दरअसल, ताजमहल का क्रेज इतना है कि जब कोरोना का दौर था और एक दो साल लोग घूमने के लिए कम निकल रहे थे, उस दौर में भी ताजमहल में काफी टिकटें बिक रही थीं और लोग ताजमहल घूमने जा रहे थे. बता दें कि एएसआई के अंडर में 3693 धरोहर हैं, जिनमें से 143 जगहों पर जाने के लिए टिकट लगती है. 


आधिकारिक डेटा के अनुसार, ताजमहल में हर साल 7-8 मिलियन यानी 80 लाख लोग घूमने आते हैं और इसमें करीब 80 हजार विदेशी हैं. ताजमहल में लोकल लोगों के लिए 50 और विदेशियों के लिए 1100 रुपये की टिकट है. 2017-18 से लेकर 2021-22 तक के करीब 3 साल के वक्त में 152 करोड़ रुपये का रेवेन्यु ताजमहल से हुआ था. ये पूरी ऐतिहासिक इमारतों से होने वाली कमाई का करीब 40 प्रतिशत था. रिपोर्ट्स के अनुसार. ताजमहल की 40 करोड़ रुपये की कमाई तो लोकल टिकट से और 110 करोड़ की कमाई विदेशी टिकटों से होती है. 


कमाई के मामले में ताजमहल सबसे आगे है. 2021-2022 में करीब 25 करोड़ रुपये की इनकम टिकटों की बिक्री से हुई थी. ताजमहल के साथ ही आगरा के किले से भी काफी अच्छा रेवेन्यु होता है और अगर ताजमहल और आगरा के किले की बिक्री मिला दे तो यह कुल रेवेन्यु का 53 फीसदी हो जाएगा.


ये भी पढ़ें- भारत के इस शहर में बनती है दुनिया की सबसे बड़ी रोटी, 145 किलो होता है वजन