डायनासोर अपने लंबे और बड़े शरीर के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने हजारों सालों तक पृथ्वी पर राज किया. कुछ डायनासोर सामान्य आकार के तो कुछ का आकार बहुत ही विशाल होता था. ऐसे में वैज्ञानिकों के मन में सालों तक ये सवाल रहा कि आखिर डायनासोर्स का आकार इतना बड़ा कैसे था, इसके पीछे की वजह क्या थी. वैज्ञानिकों ने हाल ही में की रिसर्च में इसका खुलासा हुआ है. चलिए जान लेते हैं.
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शाकाहारी डायनासोर थे डायनासोर के विशाल होने की वजह?
इस रिसर्च के मुताबिक, टी.रेक्स जैसे मांसाहारी डायनासोर को अपने विशाल आकार पाने के लिए अपने शाकाहारी पूर्वजों का शुक्रिया अदा करना चाहिए. यदि ये शाकाहारी डायनासोर जंगलों में पौधों पर निर्भर नहीं होते, तो मांसाहारी डायनासोर इतने विशाल नहीं बन पाते. शोधकर्ताओं का मानना है कि शाकाहारी डायनासोर के आहार ने ही मांसाहारी डायनासोरों को अपना आकार बढ़ाने में मदद की.
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दरअसल शोधकर्ताओं ने लगभग 230 से 200 मिलियन साल पुरानी जीवाश्म मल और उल्टी पर रिसर्च की है, जो कि टी.रेक्स के शासनकाल से लगभग 100 मिलियन वर्ष पहले के थे. इन जीवाश्मों से वैज्ञानिकों को डायनासोरों के आहार के बारे में जरुरी जानकारी मिली. उन्होंने 500 से अधिक जीवाश्मों को स्कैन किया, जिनमें भृंगों से लेकर हड्डियों और आधी पची हुई मछलियों तक के अवशेष मिले. यह जानकारी यह समझने में मदद करती है कि डायनासोरों के साथ पृथ्वी पर कौन से जानवर और कीड़े-मकोड़े भी मौजूद थे. शोधकर्ताओं ने इन जीवाश्मों के अध्ययन से एक खाद्य जाल (food web) तैयार किया, जिससे यह पता चला कि ट्राइसिक काल में कौन क्या खाता था और खाद्य श्रृंखला कैसे विकसित हुई. यह अध्ययन वैज्ञानिकों को पृथ्वी पर उस समय के जीवों के बारे में जरुरी जानकारी देता है, जिससे ये समझने में मदद मिलती है कि डायनासोरों ने अपने विशाल आकार तक पहुंचने में इतना समय क्यों लिया.
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