आज तक हम यही मानते और सुनते आए हैं की उम्र धीरे-धीरे बढ़ती है. लोगों को यही लगता है कि हर साल बर्थडे के साथ ही उम्र का एक साल बढ़ जाता है. लेकिन अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक नई रिसर्च में ने सोच को पूरी तरह से बदल दिया है. इस यूनिवर्सिटी की स्टडी में पाया गया है कि इंसान की उम्र बढ़ाना लगातार चलने वाली एक प्रक्रिया नहीं है. बल्कि शरीर में कुछ ऐसे खास मोड़ आते हैं जब उम्र का असर अचानक तेज होने लग जाता है. ये मोड़ हमारे शरीर में 40 और 60 साल की उम्र तक आते हैं.

शरीर के वे बदलाव जो दिखाई नहीं देते

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च ने 25 से 75 साल के बीच 108 लोगों के ब्लड और बायोलॉजिकल सैंपल कई सालों तक समय-समय पर लिए. इनमें से 1.35 लाख से ज्यादा अलग-अलग तरह के मॉलेक्यूल्स और माइक्रोब्स का एनालिसिस किया गया. इसके बाद इस डाटा में सामने आया कि 81 प्रतिशत मॉलेक्यूल्स में बदलाव सबसे ज्यादा 44 और 60 साल की उम्र के आस पास देखने को मिलता है.

40 की उम्र में होते हैं सबसे ज्यादा बदलाव

इस रिसर्च को लेकर रिसर्चर को उम्मीद थी कि 60 की उम्र में हमारे शरीर में सबसे ज्यादा बदलाव आते हैं. लेकिन इस रिसर्च में खुलासा हुआ कि उम्र में सबसे ज्यादा बदलाव 40 के दशक में ही आने लगते हैं. इस चौंकाने वाली बात के बाद कई रिसर्चर ने इसे महिलाओं में मेनोपॉज को जोड़कर भी देखा. लेकिन जब इस रिसर्च के डेटा को पुरुषों और महिलाओं के हिसाब से अलग-अलग देखा गया तो पाया कि पुरुषों में भी सेम पैटर्न ही नजर आता है.

सिर्फ महसूस नहीं बल्कि वाकई होते हैं शरीर में बदलाव डॉक्टर माइकल

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्च में शामिल जेनेटिक्स प्रोफेसर डॉ माइकल स्नाइडर बताते हैं कि हमारी उम्र धीरे-धीरे नहीं बढ़ती है. बल्कि कुछ मोड़ पर इसमें ज्यादा गहरे और तेज बदलाव आने लगते हैं. खासकर 40 और 60 की उम्र आने तक ऐसे दो मोड़ होते हैं जब हमारे जीवन के ट्रांसफॉर्मेशन इतने गहरे हो जाते हैं कि उम्र मानो एक झटके में बढ़ने लगती है.

उम्र के बदलाव का सीधा असर सेहत पर

उम्र के इस अचानक बदलाव का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. रिसर्चर ने इस रिसर्च में पाया कि 44 और 60 की उम्र में उन मॉलेक्यूल्स में बदलाव हुआ जो दिल से जुड़ी बीमारियों, इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं. खासकर 60 की उम्र में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और किडनी फंक्शन में तेजी से गिरावट आने लगती है.

40 और 60 की उम्र में शरीर में होते हैं नेचुरल बदलाव

अगर आप भी 40 या 60 की उम्र में अचानक थकान शरीर में सुस्ती हेल्थ को लेकर चिंता महसूस कर रहे हैं. तो यह आपकी कल्पना नहीं बल्कि आपके शरीर में एक नेचुरल बदलाव हो सकता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि इन उम्र के पड़ाव को बेहतर समझने और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना ही उम्र के साथ को साझेदारी से जीने का रास्ता है.

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