रूस के तटीय क्षेत्र में दुनिया के सबसे शक्तिशाली भूकंप में से एक आया है. बुधवार सुबह रूस के सुदूर पूर्व में इसकी तीव्रता 8.8 मापी गई है. यह भूकंप इतना खतरनाक रहा है कि इसने उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में सुनामी ला दी है. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की मानें तो भूकंप समुंद्र के नीचे आया है, इसी के बाद जापान और अमेरिका की एजेंसियों ने सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया है. जापान, रूस और अमेरिका के कुछ क्षेत्रों में सुनामी की लहरें देखी भी गई हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस में भूकंप आने के बाद कैलिफोर्निया और हवाई के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी के बाद सतर्क रहने के लिए कहा है. सुनामी के अलर्ट के बाद हवाई में 12 फीट ऊंची समुद्र की लहरें उठने की आशंका है. चलिए इसी क्रम में जान लेते हैं दुनिया की पांच सबसे तबाह करने वाली सुनामी कौन सी रही हैं और इसमें कितने लोग मारे गए थे. 

भारत और श्रीलंका के आसपास

26 दिसंबर 2004 का वो दिन शायद ही कोई भूल पाए जब हिंद महासागर में आई तबाही ने लाखों लोगों की जिंदगियों को लील लिया. इस तबाही को कई बरस बीत गए लेकिन वो जख्म शायद ही कभी भर पाए. 26 दिसंबर को आई सुनामी की वजह से ढाई लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे. यह सुनामी अंडमान और निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर के करीब 1000 किमी. दूर आए भूकंप की वजह से साउथ इंडिया में बहुत तबाही मची थी. इस सुनामी ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पांडिचेरी के इलाकों को बहुत प्रभावित किया था. 

लिस्बन

पुर्तगाल के लिस्बन में 1 नवंबर 1755 को पश्चिमी समुद्र तट और साउथ स्पेन के पास समुद्र में 30 मीटर की गहराई पर 8.5 तीव्रता का भूकंप आया था, इस वजह से सुनामी की ऊंची-ऊंची लहरें उठी थीं. इस सुनामी ने समुद्र तटों पर भारी तबाही मचाई थी, जिससे करीब 60,000 के आसपास लोग मारे गए थे. 

क्राकाटाऊ

इंडोनेशिया के क्राकाटाऊ काल्डेरा ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था, इस वजह से समुद्र में 37 मीटर ऊंची लहरें उठी थीं. 27 अगस्त 1883 को आई इस सुनामी की वजह से करीब 40,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इन ऊंची लहरों की वजह से मरक और अंजेर इलाकों में भारी तबाही हुई थी.

एस्नेडा सागर

जापान दुनिया की ऐसी जगह है, जहां पर ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप अक्सर आते रहते हैं, लेकिन 20 सितंबर 1498 को सुनामी की वजह से जापान के सुरुगु, मिकावा, इजु और सगामी तटों के आसपास समुद्र के अंदर 8.3 तीव्रता का भूकंप आया था. इसी वजह से आई सुनामी के कारण 31,000 से ज्यादा लोग मौत की लहरों में समा गए थे. 

अलास्का

अलास्का में 27 मार्च 1964 को 9.2 तीव्रता का भूकंप आया था. यह भूकंप इतना खतरनाक था कि करीब साढ़े चार मिनट तक चला था. इस वजह से वहां पर बड़े पैमाने पर सुनामी आई थी और तबाही भी भयंकर हुई थी. इस सुनामी में 130 के आसपास लोगों की मौत हो गई थी. 

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