सर्दियों की आमद हो चुकी है. सुबह और शाम में ठंडी हवाएं भी चल रही है.  इस मौसम में जब कोई सुबह उठता है और मुंह से हवा बाहर फेंकता है तो धुआँ सा बाहर की ओर निकलता दिखता है . ऐसा जब किसी के साथ भी जीवन में पहली बार हुआ होगा तो हैरत जरूर हुई होगी. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है? क्या है सर्दी के मौसम में मुंह से धुएं का निकलने का राज़। आइए जानते हैं इस लेख में. 


शरीर में पानी की मात्रा होती है ज्यादा 


सर्दियों के मौसम में मुंह से भाप या धुआँ क्यों निकलता है? इसे जानने के लिए पहले सांस लेने की प्रक्रिया को समझते हैं. जब हम साँस ले रहे होते हैं तो हम अपने शरीर में ऑक्सीजन लेते हैं और शरीर से कार्बन डाई ऑक्साइड बाहर निकालते हैं. साँस बाहर फेंकते समय कार्बन डाई ऑक्साइड के साथ-साथ शरीर में नाइट्रोजन और कम मात्रा में ऑक्सीजन भी मौजूद होती है.


क्योंकि हमारे शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा होती है इसीलिए हमारा मुंह और फेंफडे नम रहते हैं. जब हम बाहर साँस छोड़ते हैं तो सर्दियों के मौसम में नमी बाहर आती है. जो कम तापमन होने के चलते भाप बन जाती है और देखने में धुआँ सी लगती है. 


शरीर के तापमान से बाहर का तापमान बेहद कम हो जाता है 


पानी के 3 फॉर्म होते हैं सॉलिड, लिक्विड और गैस. जब पानी गैस के फॉर्म में होता है तो मॉलिक्यूल्स जल्दी अपनी एनर्जी खोने लगते हैं. सामान्य इंसान के शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है. लेकिन सर्दियों के मौसम में बाहर का तापमान और कम होता है.


ऐसे में जब मुंह से सांस छोड़ी जाती है तो हवा मुंह से निकलते ही गैस में तब्दील हो जाती है. अगर तापमान और कम हो तो फिर मुंह से निकलने वाली भाप बर्फ में तब्दील हो जाती है.