आपने बॉडी में आने वाले फैक्चर के बारे में काफी सुना होगा. लेकिन, कभी रेल फैक्चर के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो आज आपको इसका जवाब मिल जाएगा. दरअसल, ये भी बॉडी में होने वाले फैक्चर की तरह ही है, लेकिन अगर इससे कुछ हादसा हो जाए तो कई लोगों को जिंदगी तबाह हो सकती है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ये रेल फ्रैक्चर क्या है. इसके अलावा ये भी आपको बताते हैं कि ये रेल फैक्चर किस वजह से होता है और इस पर सही समय में ध्यान नहीं दिया जाए तो काफी दिक्कत हो सकती है. तो जानते हैं रेल फैक्चर से जुड़ी कई बातें...


क्या है रेल फ्रैक्चर?


रेल फ्रैक्चर एक तरीके से किसी भी रेलवे ट्रैक में आने वाली खराबी है. दरअसल, जब रेलवे ट्रैक कहीं से टूट जाता है या फिर ट्रैक के बीच कोई ना कोई गैप हो जाता है तो इसे रेलवे फ्रैक्चर कहा जाता है. ये भी इंसानों के हड्डी फ्रैक्चर की तरह है और जिस तरह हड्डियों में फ्रैक्चर होता है यानी वो टूट जाती है, वैसे ही रेल फ्रैक्चर में भी ट्रैक टूट जाता है या फिर कहीं गैप आ जाता है या फिर दरार पड़ जाती है. इस वजह से कोई भी रेल हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है. 


किस वजह से होता है रेल फैक्चर?


रेल फ्रैक्चर होने की कई वजह हो सकती है. जैसे कई बार ज्यादा वजन, गलत रखरखाव या गलत मेंटेनेंस या विपरीत मौसम की वजह से ऐसा हो जाता है. कई बार तेज गर्मी या तेज तेज सर्दी या बारिश की वजह से रेलव ट्रेक में दरार आ जाती है या फिर कहीं से टूट जाते हैं. ऐसी स्थिति में रेलवे कर्मचारी रेल फ्रैक्चर्स को वेल्डिंग से ठीक करते हैं और ज्यादा मेजर फ्रैक्चर है तो उस हिस्से को नई बिल्डिंग के साथ बदल दिया जाता है. ज्यादा खराबी में एक जॉइंट से दूसरे जॉइंट को बदल दिया जाता है. 


क्या आफत आ सकती है?


अब सवाल है कि आखिर रेल फ्रैक्चर को समय पर नहीं बदल जाए तो क्या होगा? अगर किसी भी ट्रेक का फ्रैक्चर नहीं हटाया जाता है तो ट्रेन के डीरेल होने का खतरा रहता है. कई बार फ्रैक्चर ज्यादा होता है या फिर ऐसा जगह होता है, जहां ट्रेन का प्रेशर ज्यादा होता है और ट्रेन पलट जाती है या पटरी से उतर जाती है. इसलिए रेलवे की ओर से इसका खास ध्यान रखा जाता है. वैसे भारत में कई बार रेलवे ट्रैक के टूटने से कई हादसे हो चुके हैं. 


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