भारत से 100000 रुपये लेकर जाएंगे रूस, वहां जाकर कितनी हो जाएगी यह रकम?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आए हुए हैं, जिसके बाद भारत–रूस रिश्तों, व्यापार और तेल खरीद को लेकर चर्चा तेज हो गई है. ऐसे समय में लोग एक आम सवाल पूछ रहे हैं

दुनिया में हर देश की अपनी अलग मुद्रा यानी करेंसी होती है. जैसे भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर और रूस में रूबल. जब भी कोई व्यक्ति एक देश से दूसरे देश में जाता है, तो उसे अपनी मुद्रा को वहां की मुद्रा में बदलवाना पड़ता है. ऐसे में सबसे जरूरी होता है यह समझना कि आपके देश की मुद्रा की कीमत उस देश में कितनी है, जहां आप जा रहे हैं.
इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आए हुए हैं, जिसके बाद भारत–रूस रिश्तों, व्यापार और तेल खरीद को लेकर चर्चा तेज हो गई है. ऐसे समय में लोग एक आम सवाल पूछ रहे हैं अगर हम भारत से 1,00,000 रुपये लेकर रूस जाएं, तो वहां जाकर यह कितने रूबल बनेंगे. इस सवाल जानने के लिए पहले यह जानना जरूरी है कि रुपये और रूबल की विनिमय दर यानी एक रुपये की कीमत रूस में कितनी है. तो आइए जानते हैं कि भारत से 100000 रुपये लेकर रूस जाएंगे तो वहां कितने हो जाएंगे.
रुपये और रूबल की मौजूदा एक्सचेंज रेट
मुद्रा की कीमत रोज बदलती रहती है. कभी-कभी एक ही दिन में कई बार बदलाव होता है. हाल की विनिमय दर के अनुसार 1 भारतीय रुपया लगभग 0.86 रूसी रूबल (RUB) है यानी अगर आप 1 रुपये को रूस में बदलेंगे, तो आपको लगभग 0.86 रूबल मिलेगा.
भारत से 100000 रुपये लेकर रूस जाएंगे तो वहां कितने हो जाएंगे
भारत से 100000 रुपये लेकर रूस जाएंगे तो वहां 85,783.1485,783.14 रूबल हो जाएंगे. लेकिन विनिमय दर बदलती रहती है, इसलिए यह 100000 रुपये कभी लगभग 86,000 रूबल और कभी लगभग 91,800 रूबल तक भी हो सकते हैं. इसलिए अनुमानित रेंज 100000 रुपये 86,000 से 91,860 रूसी रूबल (RUB) तक हो सकती है. यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस दिन मुद्रा बदलाव रहे हैं.
रूस में 100000 रुपये में क्या खरीद पाएंगे?
रूस में कई चीजें भारत से महंगी हैं. जैसे मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग में किराया बहुत ज्यादा है. सब्जियां, दूध, ब्रेड, परिवहन आदि के दाम भी ज्यादा है. टैक्स का ढांचा अलग है. बिजली, इंटरनेट, गैस आदि सेवाओं की कीमतें भी ज्यादा है. इसलिए 100000 रुपये रूस में लगभग 86,000 रूबल बनते हैं, लेकिन वहां उनका खर्च भारत की तुलना में ज्यादा तेजी से होता है. अगर उस समय रूबल की कीमत बढ़ी हुई हो, तो भारत को ज्यादा रुपये देने पड़ते हैं. हालांकि रूस में चीजें भारत से महंगी हैं. इसलिए रूस में रुपये की खरीदने की क्षमता भारत से कम हो जाती है.
यह भी पढ़ें Putin India Visit: पुतिन को कौन-सी फोर्स देगी गार्ड ऑफ ऑनर, इसमें कितने जवानों की मौजूदगी जरूरी?
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















