भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल किया है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक बीजेपी 48 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं पिछले एक दशक से सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सिर्फ 22 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है. लेकिन आज हम आपको ये बताएंगे कि दिल्ली में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है. आज हम आपको इससे जुड़ा नियम बताएंगे. 

कौन होगा अगला मुख्यमंत्री?

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी की जीत के बाद से ही मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा हो रही है हालांकि अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान पार्टी की तरफ से सामने नहीं आया है. लेकिन सीएम की रेस में प्रवेश वर्मा का नाम, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद और जितेंद्र महासन समेत मनोज तिवारी के नाम की चर्चा हो रही है. 

कौन करेगा मुख्यमंत्री की नियुक्त

दिल्ली मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगने से पहले ये चर्चा हो रही है कि केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करेगा. बता दें कि दिल्ली में अगले मुख्यमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी. अब आप सोच रहे होंगे कि दिल्ली के अगले सीएम की नियुक्ति एलजी विनय कुमार सक्सेना क्यों नहीं करेंगे. 

राष्ट्रपति करेंगी दिल्ली CM की नियुक्ति?

अभी तक मिले पार्टी सूत्रों के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण दिल्ली को मुख्यमंत्री के नाम पर राष्ट्रपति की मंजूरी की आवश्यकता है. दिल्ली में मुख्यमंत्री की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है. हालांकि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है, इसलिए यहां के मुख्यमंत्री की नियुक्ति में कुछ विशेष प्रक्रियाएं शामिल होती हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी द्वारा एक बार जब नाम तय कर लिया जाता है, राष्ट्रपति मुर्मू, उपराज्यपाल की सलाह पर सीएम की नियुक्ति करेंगी. 

शपथग्रहण में होंगे पीएम मोदी

बता दें कि सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. हालांकि माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए अमेरिका जाने वाले हैं. इसलिए उम्मीद है कि शपथ ग्रहण समारोह 15 फरवरी के बाद होगा. 

सरप्राइज कैंडिडेट सीएम

बता दें कि इससे पहले मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा ने सरप्राइप के तौर पर मुख्यमंत्रियों के नाम की घोषणा की थी. एक्सपर्ट के मुताबिक सरकार बनने की संभावना है. पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि इन चुनाव नतीजों ने साबित कर दिया है कि बीजेपी के पारंपरिक वोट बैंक-पंजाबी, बनिया, झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोग और अन्य-ने हमें बड़ी संख्या में वोट दिया है. 

ये भी पढ़ें:दिल्ली की ऐसी सीटें जहां एक ही पार्टी का रहा है दबदबा, बीजेपी की भी आंधी का नहीं हुआ असर