नरेंद्र मोदी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो छठी बार चीन का दौरा करने जा रहे हैं. पीएम मोदी यहां 31 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जो तियानजिन शहर में आयोजित होगी. यह 2020 की गलवान घाटी झड़प के बाद उनकी पहली चीन यात्रा होगी. लेकिन सवाल यह है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के कितने दौरे किए? चलिये जानते हैं.
कितनी बार भारत दौरा कर चुके हैं जिनपिंग
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के तीन आधिकारिक दौरे किए हैं. पहला दौरा सितंबर 2014 में हुआ था जब वे अहमदाबाद और नई दिल्ली आए. इस दौरान पीएम मोदी के साथ उनकी साबरमती रिवरफ्रंट पर खास मुलाकात हुई थी. दूसरा दौरा 2016 को गोवा में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान, तीसरा दौरा अक्टूबर 2019 में चेन्नई के पास महाबलीपुरम में हुआ जहां अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की. इन दौरों के अलावा जिनपिंग और मोदी जी कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मिले हैं.
पीएम मोदी का चीन दौरान
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी जी ने कई बार ड्रैगन की धरती पर कदम रखा है. उनकी पहली यात्रा मई 2015 में हुई थी जब वे बीजिंग, शियान और शंघाई गए. दूसरी बार 2016 में G20 शिखर सम्मेलन के लिए हांगझोऊ गए थे. तीसरी बार 2017 में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए, चौथी बार 2018 में वुहान में अनौपचारिक मुलाकात के लिए और पांचवीं बार उसी साल जून में SCO समिट के लिए किंगदाओ गए.
क्यों अहम है ये दौरा
अब 2025 में SCO समिट के लिए तियानजिन में उनकी छठी यात्रा होने जा रही है. यह दौरा खास है क्योंकि 2020 की गलवान झड़प के बाद भारत-चीन संबंधों में तनाव रहा है और यह यात्रा संबंधों को स्थिर करने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है. उनकी छठी चीन यात्रा होगी, जो भारत-चीन संबंधों में एक नया अध्याय शुरू कर सकती है. बता दें कि अमेरिका ने बीते कुछ दिनों में लगातार भारत पर निशाना बना रहा है. 50 फीसदी टैरिफ लगाया है. अमेरिका से तनातनी के बीच प्रधानमंत्री मोदी का चीन दौरा काफी अहम है. पीएम का ये दौरान भारत के साथ रिश्ते पर जमी बर्फ को बिघलाने का काम कर सकता है. चर्चा शुरू हो गई है कि भारत अब चीन के करीब जा रहा है.
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