दुनिया में आज ऐसे बहुत कम लोग हैं जिनकी उम्र 100 साल से ऊपर है. आजकल की लाइफ स्टाइल, प्रदूषित वातावरण और मिलावटी खाने की वजह से लोग उम्र से पहले बूढ़े होते जा रहे हैं और तेजी से बीमार होकर मर रहे हैं. लेकिन क्या आपको पता है दुनिया में एक ऐसी जगह है, जहां रहने वाले लोगों की औसत आयु लगभग 100 साल है. आज हम आपको उसी जगह के बारे में बताएंगे और इसके साथ ही बताएंगे कि वह लोग ऐसी कौन सी चीज खाते हैं या ऐसी कौनसी लाइफस्टाइल अपनाते हैं जिससे उनकी उम्र इतनी ज्यादा बढ़ जाती है.


कहां रहने वाले जीते हैं 100 साल


दुनिया में ऐसी सिर्फ एक जगह नहीं है, बल्कि कई ऐसी जगह है जहां के लोग 100 साल से ज्यादा जीते हैं. इन जगहों को वैज्ञानिक ब्लू जोन कहते हैं. दुनिया में ऐसे ब्लू जोन इलाकों में आते हैं मध्य अमेरिकी देश कोस्टारिका का निकोया, इटली का सार्डीनिया, यूनान का इकारिया और जापान का ओकीनावा इसके साथ ही अमेरिका के कैलिफोर्निया का लोंबा लिंडा. यह 6 ऐसी जगहें हैं, जहां रहने वालों की औसत आयु लगभग 100 वर्ष है. इन 6 जगहों के बारे में एक किताब भी लिखी गई है.


इन वजहों से जीते हैं सौ साल


अमेरिकी पत्रकार डैन ब्यूटेनर ने अपनी किताब में लिखा है कि ब्लू जोन में रहने वाले लोगों जिंदगी में कई चीजें एक समान हैं. इनमें सबसे पहली चीज है खान-पान. ब्लू जोन में रहने वाले लोग अन्य लोगों की अपेक्षा कम खाते हैं. इसके साथ ही ब्लू जोन में रहने वाले तमाम लोग ज्यादातर शाकाहारी भोजन करते हैं. यह लोग आध्यात्मिकता को भी वैल्यू देते हैं. डैन‌ ब्यूटेनर अपनी किताब में लिखते हैं कि उन्होंने जब यहां के तमाम लोगों से बातचीत की तो उनमें से ज्यादातर किसी ना किसी आध्यात्मिक समुदाय का हिस्सा थे.


पेय पदार्थ ज्यादा लेते हैं


ब्यूटेनर ने अपनी किताब में लिखा है कि जब इन लोगों से उन्होंने बात की तो पता चला कि यह लोग दिन में कई बार चाय या कॉफी जैसी गर्म चीजें पीते हैं. वैज्ञानिक भी मानते हैं कि अगर आप कुछ प्याले गर्म चीजों को पीते हैं तो आप कई तरह की बीमारियों से दूर रहते हैं. इसके साथ ही यह लोग बहुत चुनी हुई चीजें खाते हैं. जैसे जापान के ओकिनावा द्वीप के लोग शकरकंद और कड़वा तरबूज खाते हैं. यह दोनों चीजें विटामिन ए सी और ई की प्रचुर मात्रा से भरी होती हैं.


जगह से भी पड़ता है असर


दुनिया के तमाम ब्लू ज़ोन में एक चीज और कॉमन है. यह जगहें प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत हैं. जैसे इटली का सार्डीनिया, ये पूरा इलाका पहाड़ी है और बेहद ख़ूबसूरत है. वहीं, ग्रीस के इकारिया में हल्की रेडियोएक्टिविटी के लक्षण मिलते हैं. वैज्ञानिको का मानना है कि ये रेडियोएक्टिव तत्व इस द्वीप के झरनों में  भी मिलते हैं. इकारिया के रहने वाले इन झरनों को अमरता का झरना कहते हैं. उनका मानना है कि वह इसमें नहा कर निरोगी रहते हैं.


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